चेन्नई , अक्टूबर 14 -- तमिलनाडु विधानसभा ने 27 सितंबर को अभिनेता से राजनेता बने विजय की करूर में रैली के दौरान भगदड़ में मारे गए 41 लोगों के प्रति शोक व्यक्त करते हुए मंगलवार को एक शोक प्रस्ताव पारित किया।

सदन ने पीड़ितों के सम्मान में एक मिनट का मौन भी रखा। सदन ने केरल के पूर्व मुख्यमंत्री एवं मार्क्सवादी नेता वी.एस. अच्युतानंदन, झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री शिबू सोरेन, नागालैंड के पूर्व राज्यपाल एल. गणेशन, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) के वरिष्ठ नेता सुधाकर रेड्डी, भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) के अधिकारी बेला वेंकटेशन और अखिल भारतीय अन्ना द्रविड़ मुन्नेत्र कषगम (अन्नाद्रमुक) विधायक अमूल कंडासामी के निधन पर शोक प्रस्ताव पारित किये।

अध्यक्ष ने सदन के आठ पूर्व सदस्यों के निधन पर श्रद्धांजलि संदेश भी पढ़ी। इसके बाद सदन की कार्यवाही दिन भर के लिए स्थगित कर दी गई। सत्रह अक्टूबर तक चलने वाले विधानसभा सत्र की छोटी अवधि में 2025-26 के लिए अनुपूरक बजट अनुमान पारित किए जाएँगे और गाजा नरसंहार पर एक प्रस्ताव भी पारित किया जाएगा। करूर भगदड़ पर विपक्ष द्वारा द्रमुक सरकार को घेरने की तैयारी की है। गौरतलब है कि उच्चतम न्यायालय ने इस मामले की जांच केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) से कराने का आदेश दिया है। इसको लेकर सदन हंगामेदार के आसार हैं। विपक्षी दल अन्नाद्रमुक और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) अन्य मुद्दों के अलावा 'बिगड़ती' कानून-व्यवस्था की स्थिति को भी उठाएँगे।

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