चंडीगढ़ , अक्टूबर 03 -- पंजाब में संगरूर के पनवां गांव की प्रभजोत कौर केन्द्र सरकार द्वारा शुरू की गयी ड्रोन दीदी योजना के माध्यम से ड्रोन पायलट बनकर न केवल अपना परिवार पाल रही है, बल्कि इलाके की सैकड़ों महिलाओं के लिए प्रेरणा बन रही है।
प्रभजोत कौर आजकल आसपास के गांवों में जाकर ड्रोन की मदद से कृषि कार्यों में किसानों की मदद कर रही हैं। यह संभव हुआ है उम्मीद फाउंडेशन की मदद से। उम्मीद फाउंडेशन के प्रोजेक्ट भैणा दी उम्मीद के साथ जुडऩे के बाद प्रभजोत के जीवन बड़ा बदलाव आया है।
प्रभजोत कौर ने शुक्रवार को बताया कि उम्मीद संस्था के जुडक़र उन्होंने गुरुग्राम में पहले ट्रेनिंग ली। ट्रेनिंग के बाद उन्हें ड्रोन ड्राइविंग पायलट का लाइसेंस मिला। इसके बाद उम्मीद फाउंडेशन की मदद से उन्हें ड्रोन और किट मिली। इसके बाद प्रभजोत ने ड्रोन को अपनी आजीविका का साधन बना लिया है। अब वह आसपास के गांवों में जाकर किसानों की कृषि कार्यों में मदद कर रही है, जिसकी एवज में उसे 300 रुपये प्रति एकड़ मिलता है। फसल के सीजन के दिनों में वह रोजाना औसतन 10 से 15 एकड़ जमीन में स्प्रे समेत कई तरह के कार्य करती है। उम्मीद फाउंडेशन के संस्थापक एवं पूर्व विधायक अरविंद खन्ना बताते हैं कि संस्था के माध्यम से इस क्षेत्र में प्रभजोत समेत तीन लड़कियों को ड्रोन पायलट का प्रशिक्षण दिया गया है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा शुरू की गयी इस योजना के माध्यम से यह महिलायें एक लाख रुपये महीना तक कमाकर अपने बच्चों तथा परिवार के सपने पूरे कर रही हैं। श्री खन्ना के अनुसार उम्मीद फाउंडेशन द्वारा भैणां दी उम्मीद के माध्यम से महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाया जा रहा है।
हिंदी हिन्दुस्तान की स्वीकृति से एचटीडीएस कॉन्टेंट सर्विसेज़ द्वारा प्रकाशित