बारां , नवम्बर 03 -- राजस्थान में बारां जिले अन्ता विधानसभा क्षेत्र में हो रहे विधानसभा उपचुनाव में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष श्री गोविन्द सिंह डोटासरा तथा अखिल भारतीय कांग्रेस समिति के (एआईसीसी) के राजस्थान प्रभारी सुखजिन्दर सिंह रंधावा ने आज कांग्रेस प्रत्याशी प्रमोद जैन भाया के समर्थन में अन्ता विधानसभा क्षेत्र के कई गांवों में जनसम्पर्क किया तथा जनसभाओं को सम्बोधित किया।

श्री डोटासरा ने कहा कि अन्ता विधानसभा क्षेत्र में हो रहा उपचुनाव साधारण उपचुनाव नहीं है क्योंकि यहां से भाजपा के टिकट पर जीता प्रत्याशी आपराधिक प्रकरण में सजा होने के कारण और न्यायालय से कोई सहायता नहीं मिलने पर विधानसभा से उसकी सदस्यता समाप्त हो गई और राजस्थान में पहली बार इस कारण उपचुनाव हो रहा है। उन्होंने कहा कि पांच साल तक कांग्रेस की पूर्ववर्ती सरकार ने किस प्रकार जनहित के कार्यों को किया और आम आदमी को राहत देने के लिए जनकल्याणकारी योजनाएं लागू की इसका आंकलन करना होगा।

उन्होंने कहा कि दो वर्ष में भारतीय जनता पार्टी की सरकार ने राजय में जिस तरह से जनकल्याणकारी योजनाओं को बंद किया अथवा ठण्डे बस्ते में डाला और जो कुशासन चल रहा है इस पर नजर डालने के साथ ही 11 वर्ष का भारतीय जनता पार्टी का केन्द्र में शासन का आंकलन भी करना चाहिए इससे वास्तविकता सामने आ जाएगी।

श्री डोटासरा ने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने पांच वर्ष के शासन में प्रदेशवासियों को लाभान्वित करने के लिए 25 लाख रुपये तक का निःशुल्क ईलाज दिया, गरीब के बेटे को अंग्रेजी माध्यम के स्कूल में निःशुल्क शिक्षा दी, तीन लाख 90 हजार के करीब सरकारी नौकरियां दी। गरीबों के लिए निःशुल्क फूड पैकेट, बुजुर्गों को पेंशन देने का काम किया, किसानों को 12 हजार रुपये तक का बिजली बिल माफ किया, घरेलू उपभोक्ताओं का 100 यूनिट बिजली बिल माफ करने का काम किया, ऐसी सैंकड़ों लाभकारी योजनाएं कांग्रेस शासन में लागू हुई, लेकिन भाजपा के पौने दो साल के शासन में गरीब का निःशुल्क ईलाज बंद हो गया, फूड किट बंद हो गया, अंग्रेजी माध्यम स्कूल बंद कर रहे है, बच्चों को नौकरियां नहीं मिल रही, बुजुर्गों को पेंशन नहीं मिल रही, सड़कें टूटी पड़ी है।

उन्होंने कहा कि जनता की आवश्यकता है कि जो जनप्रतिनिधि हो वो सुख, दुख में भागीदार बने, गरीब का चूल्हा कैसे जले दो वक्त का भोजन मिले इसके लिए जनप्रतिनिधि काम करें, बच्चों की पढ़ाई सही चले, गरीब को इलाज मिले, यह सब काम कांग्रेस ने किए थे, लेकिन अब भाजपा शासन में यह सब काम बंद हो गए है। पर्चियों से सरकारें बने और पर्चियों से मुख्यमंत्री बने तो समझा जा सकता है कि ऐसी सरकारें दिल्ली से आयी पर्चियों से ही चलेंगी स्वयं के विवेक का इस्तेमाल नहीं करेंगी।

हिंदी हिन्दुस्तान की स्वीकृति से एचटीडीएस कॉन्टेंट सर्विसेज़ द्वारा प्रकाशित