जयपुर , नवंबर 24 -- राजस्थान में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ ने कहा है कि श्री गोविंद सिंह डोटासरा का बयान न केवल हास्यास्पद हैं, बल्कि उनकी बौखलाहट और राजनीतिक हताशा को भी साफ-साफ प्रकट करता हैं।

श्री राठौड़ ने सोमवार को जारी बयान में कहा कि जिन नेताओं को जनता ने पूरी तरह नकार दिया है, अब वही लोग भाजपा सरकार पर ऊँगली उठाने का प्रयास कर रहे हैं। कांग्रेस के गिरते जनाधार को देखते हुए उनके इन आधारहीन आरोपों को गंभीरता से लेने की कोई आवश्यकता नहीं है। उन्होंने कहा कि कहा कि भाजपा सरकार जनता की समस्याओं के समाधान के लिए प्रतिबद्ध होकर जनसुनवाई चला रही है। जनसुनवाई को भाजपा कार्यकर्ताओं के आक्रोश को ठंडा करने का प्रयास बताना डोटासरा का जनता विरोधी चरित्र दिखाता है।

श्री राठौड़ ने कहा कि प्रशासनिक अराजकता, अफसरशाही की मनमानी और मंत्रियों की आपसी कलह का असली प्रदर्शन तो पिछली कांग्रेस सरकार ने पेश किया था। रात-रात भर बदलते आदेश, कुर्सी बचाते मुख्यमंत्री, होटल में विधायकों की बाड़ाबंदी, आपस में गुटबाज़ी को राजस्थान अब भी भूला नहीं है।

उन्होंने कहा कि अब भाजपा सरकार में पारदर्शिता, जवाबदेही और सुशासन की स्पष्ट नीति है, जिसे कांग्रेस पचा नहीं पा रही है। कांग्रेस शासन का पूरा कार्यकाल ही पर्चियों, दलालों और बिचौलियों पर टिका था। अब डोटासरा ही पर्चियों की बात करें, यह बहुत बड़ी विडंबना है। भाजपा सरकार में न पर्चा चलती है, न पैरवी, केवल लोकतांत्रितक प्रक्रिया, नियम और पारदर्शिता चलती है।

श्री राठौड़ ने कहा कि कांग्रेस 2023 की हार पचा नहीं पाई और अब 2028 का 'दिवास्वप्न' देख रही है। सच्चाई यह है कि कांग्रेस अब प्रदेश की जनता के दिल और दिमाग दोनों से बाहर हो चुकी है। जहाँ भाजपा सरकार विकास और सुशासन दे रही है, वहीं कांग्रेस केवल बयानबाज़ी और भ्रम फैलाने में लगी है। राजस्थान की जनता अब स्पष्ट रूप से भाजपा के साथ है। कांग्रेस को इसे स्वीकार करने का साहस नहीं है, इसलिए वे हर दिन नया आरोप गढ़ रहे हैं।

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