लखनऊ , अक्टूबर 8 -- देश के कुछ राज्यों में कफ सिरप के सेवन से बच्चों की मौत की घटनाओं के बीच इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) ने कहा है कि कोई डॉक्टर अपने मरीज के स्वास्थ्य से कभी कोई समझौता नहीं करता और न ही करेगा। इस बीच आईएमए ने लोगों से अपील की है कि बगैर प्रिस्क्रिप्शन कोई भी दवा न खरीदें और न बेचें।
बुधवार को एक बयान जारी करते हुए इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) लखनऊ की अध्यक्ष डॉ सरिता सिंह ने कहा कि डॉक्टर अपने मरीज के स्वास्थ्य से कभी कोई समझौता नहीं करता और न ही करेगा। इस दौरान किसी भी प्रकार की असुरक्षित या गलत दवाओं के बाजार में बिकने की स्थिति पर गहरी चिंता व्यक्त की गई। एसोसिएशन ने शासन-प्रशासन से यह भी अपील की है कि इस प्रकार की नकली या घटिया दवाइयों को बेचने वालों पर सख्त से सख्त कार्यवाही की जाए।
एसोसियेशन के सेक्रेटरी डॉ संजय सक्सेना ने लोगों से अपील की है कि बिना प्रिस्क्रिप्शन कोई भी दवा न खरीदें और न बेचें। केवल क्वालीफाइड डॉक्टर या सरकारी अस्पताल से ही परामर्श लें एवं पर्चा बनवाएँ। दवा खरीदते समय बिल अवश्य लें। नियमित रूप से डॉक्टर से परामर्श करते रहें। स्वस्थ जीवनशैली अपनाएँ। डॉक्टर द्वारा दी गई पर्ची की समय-सीमा के अनुसार ही दवा का सेवन करें, और समय पर पुनः चिकित्सक से संपर्क करें।
गौरतलब है कि कफ सिरप को लेकर बीते रविवार को सहायक औषधि आयुक्त दिनेश कुमार तिवारी के स्तर से जारी आदेश में कहा गया है कि मेसर्स श्रेसन फार्मक्यूटिकल (निर्माता- नं. 787, बैंगलोर हाईवे, सुंगुवाचत्रम, जिला कांचीपुरम, तमिलनाडु) द्वारा तैयार कोल्ड आरआईएफ़ सिरप (बैच न. एसआर-1-3, निर्माण मई 2025, एक्सपायरी अप्रैल 2027) में डाईएथिलीन ग्लाइकाल और एथेलिन ग्लाइकाल जैसे विषैले रसायनों की मौजूदगी की आशंका है। ये दोनों रसायन शरीर के लिए बेहद खतरनाक हैं और इनका सेवन जानलेवा साबित हो सकता है।
सहायक औषधि आयुक्त दिनेश कुमार तिवारी ने अपने आदेश में सभी औषधि विक्रेताओं, सरकारी और गैर-सरकारी अस्पतालों को निर्देश दिए गए हैं कि उक्त बैच के कफ सिरप की बिक्री, वितरण और उपयोग तत्काल रोका जाए। साथ ही दुकानों व अस्पतालों में उपलब्ध स्टॉक का नमूना जांच हेतु लखनऊ स्थित राज्य औषधि प्रयोगशाला में तत्काल भेजा जाए।
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