पटना , अक्टूबर 18 -- डेंगू, मलेरिया एवं अन्य मच्छर जनित बीमारियों की रोकथाम के लिए पटना नगर निगम की ओर से विशेष अभियान चलाया जा रहा है।
नगर आयुक्त यशपाल मीणा के निर्देश पर सभी अंचलों में स्वास्थ्य पदाधिकारी एवं कार्यपालक पदाधिकारी क्षेत्र में चल रहे कार्यों की नियमित मॉनिटरिंग कर रहे हैं तथा उसकी रिपोर्ट प्रतिदिन मुख्यालय को प्रेषित की जा रही है।
नगर आयुक्त के निर्देशानुसार हर वार्ड में पांच एंटी-लार्वा टीम तैनात की गई है, जबकि डेंगू प्रभावित वार्डों में दस टीमों द्वारा विशेष अभियान चलाया जा रहा है। इन टीमों द्वारा छतों, गमलों, पानी भरे टंकियों, निर्माणाधीन इमारतों एवं अन्य स्थलों पर जहाँ पानी ठहरने की संभावना होती है, वहां एंटी-लार्वा दवा का छिड़काव किया जा रहा है। साथ ही आम नागरिकों को यह जागरूक किया जा रहा है कि वे अपने घरों एवं आसपास कहीं भी पानी जमा न होने दें।
नगर निगम की फॉगिंग एवं एंटी-लार्वा छिड़काव टीमें प्रतिदिन लगभग 18 हजार घरों में जाकर दवा का छिड़काव कर रही हैं। यह अभियान मच्छरों के प्रजनन को रोकने और संक्रमण के प्रसार को नियंत्रित करने के उद्देश्य से चलाया जा रहा है।
नगर निगम ने 75 वार्डों के लिए कुल 375 टीमों का गठन किया है, जिनमें प्रत्येक टीम में दो कर्मी कार्यरत हैं। हर टीम प्रतिदिन लगभग 50 घरों में एंटी-लार्वा दवा का छिड़काव कर रही है। दो पाली में चल रहे इस अभियान में एंटी-लार्वा के लिये टेमिफोस एवं फॉगिंग के लिये मेलाथियोन केमिकल का प्रयोग किया जा रहा है।डेंगू प्रभावित मरीजों की सूची स्वास्थ्य विभाग से प्राप्त कर निगम द्वारा उनके घरों के आसपास 500 मीटर के दायरे में विशेष छिड़काव एवं फॉगिंग कराई जा रही है। बाहर मशीनों से तथा अंदर हैंड मशीनों से फॉगिंग की जा रही है।सभी प्रमुख अस्पताल परिसरों में नियमित रूप से एंटी-लार्वा छिड़काव एवं फॉगिंग के लिये 25 कर्मियों की विशेष टीम तैनात की गई है।
सभी टीमों को एक लॉगबुक दी गई है जिसमें प्रत्येक घर के नागरिकों से छिड़काव के बाद फीडबैक लिया जा रहा है। इस लॉगबुक की नियमित जाँच अंचल एवं मुख्यालय स्तर पर की जा रही है। रैंडम कॉल के माध्यम से भी छिड़काव की पुष्टि की जा रही है।इसके अतिरिक्त जहाँ से फॉगिंग की शिकायतें प्राप्त हो रही हैं, वहाँ निगम की विशेष टीमें प्रतिदिन पहुँचकर कार्रवाई कर रही हैं।आम नागरिक भी टोल फ्री नंबर - 155304 पर कॉल कर फॉगिंग या एंटी-लार्वा छिड़काव संबंधी शिकायत दर्ज करा सकते हैं।
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