बोकारो , नवंबर 13 -- झारखंड के बोकारो जिले स्थित दामोदर वैली कॉर्पोरेशन (डीवीसी) के बोकारो थर्मल पावर प्लांट में बीती रात से बिजली उत्पादन पूरी तरह ठप हो गया है।
यह पावर प्लांट 500 मेगावाट बिजली का उत्पादन कर रहा था, जिसे तकनीकी और प्रशासनिक कारणों से बंद करना पड़ा। डीवीसी के वरीय महाप्रबंधक सुशील कुमार अरजरीया ने बताया कि प्लांट के ऐश पौंड (छाई संग्रहण स्थल) के पूरी तरह भर जाने के कारण बिजली उत्पादन रोकना पड़ा है। उन्होंने कहा कि यदि ऐश पौंड से छाई की निकासी नहीं होती, तो उसके टूटने का खतरा बना रहता, जिससे बड़े पैमाने पर नुकसान हो सकता था। सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए प्लांट को रात करीब 1:30 बजे बंद करने का निर्णय लिया गया।
श्री अरजरीया ने बताया कि पावर प्लांट बंद रहने से डीवीसी को प्रतिदिन करीब 5 करोड़ 71 लाख रुपये का नुकसान हो रहा है। साथ ही, डीवीसी को अपने उपभोक्ताओं - झारखंड, पंजाब, दिल्ली सहित अन्य राज्यों - को बिजली खरीदकर देनी पड़ेगी, जिससे अतिरिक्त आर्थिक बोझ बढ़ जाएगा।
ज्ञातव्य है कि जुलाई महीने से ऐश पौंड से छाई ट्रांसपोर्टिंग का कार्य बंद पड़ा है। यहां कार्यरत मजदूर अपने बकाया वेतन के भुगतान की मांग को लेकर काम पर नहीं लौटे हैं। मजदूरों की इस हड़ताल के कारण पिछले चार महीनों से छाई की निकासी रुकी हुई है।
इस मुद्दे को सुलझाने के लिए प्रशासन ने कई बार वार्ता की कोशिश की। 30 अक्टूबर को बेरमो एसडीएम की पहल पर त्रिपक्षीय बैठक होनी थी, लेकिन ट्रांसपोर्टर के नहीं आने से बैठक बेनतीजा रही। इसके बाद 1 नवंबर को चंद्रपुरा गेस्ट हाउस में वार्ता हुई और सहमति भी बनी, परंतु ट्रांसपोर्टिंग कार्य अब तक शुरू नहीं हो पाया।
स्थिति की गंभीरता को देखते हुए डीवीसी प्रबंधन ने लोगों से सहयोग की अपील की है। उन्होंने कहा कि यदि प्लांट चालू रहेगा तो न केवल डीवीसी, बल्कि आम उपभोक्ता और स्थानीय अर्थव्यवस्था-सभी को इसका लाभ मिलेगा।
डीवीसी प्रबंधन और प्रशासन अब इस कोशिश में हैं कि जल्द से जल्द मजदूरों की समस्याओं का समाधान कर प्लांट से बिजली उत्पादन फिर शुरू कराया जा सके।
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