बलरामपुर , अक्टूबर 09 -- छत्तीसगढ़ में राजपुर थाना क्षेत्र के चौकी बरियों अंतर्गत भिलाईखुर्द गांव स्थित एक क्रेशर प्लांट में डीजल चोरी के शक में दो मजदूरों को कमरे में बंधक बनाकर बेरहमी से पीटे जाने का मामला सामने आया है।

पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार प्लांट में काम करने वाले दो मजदूरों ने शिकायत दर्ज कराई थी कि उन्हें डीजल चोरी के शक में कुछ लोगों ने बुरी तरह मारा-पीटा। दोनों मजदूरों को कमरे में बंद कर घंटों तक यातनाएं दी गईं। मामला दर्ज होने के बाद पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए जांच शुरू की। मारपीट की यह घटना छह नवंबर को अंजाम दी गई थी।

जांच में आरोप सही पाए जाने पर पुलिस ने शनिवार को चार आरोपियों रविशंकर यादव, आनंद बिसी, मनोज यादव और अनिल कुमार को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया, जहां से सभी को जेल भेज दिया गया। वहीं, कुछ अन्य आरोपी अभी भी फरार बताए जा रहे हैं, जिनकी तलाश जारी है। मामले में आरोपियों की कुल संख्या सात एवं अन्य है।

एसडीओपी ईमालूएल लकड़ा ने बताया कि ''घटना की जानकारी मिलते ही तत्काल कार्रवाई की गई। चारों आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है। अन्य पहलुओं पर भी जांच जारी है।"कांग्रेस ने इस घटना को लेकर छत्तीसगढ़ सरकार की कड़ी आलोचना करते हुए कहा है कि राज्य में कानून व्यवस्था नहीं, बल्कि दबंगों का शासन चल रहा है। कांग्रेस नेताओं ने कहा कि भाजपा शासन में अपराधियों के हौसले बुलंद हैं और कानून का भय खत्म हो चुका है। उन्होंने इस घटना को प्रदेश में बिगड़ती कानून व्यवस्था का उदाहरण बताया है।

हिंदी हिन्दुस्तान की स्वीकृति से एचटीडीएस कॉन्टेंट सर्विसेज़ द्वारा प्रकाशित