नयी दिल्ली , नवम्बर 14 -- रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) ने समुद्र में बारूदी सुरंग रोधी अभियानों के लिए नयी पीढी का पोर्टेबल व्हीकल विकसित किया है।

रक्षा मंत्रालय ने शुक्रवार को बताया कि यह व्हीकल डीआरडीओ की नौसेना विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी प्रयोगशाला (एनएसटीएल), विशाखापत्तनम ने विकसित किया है। इस प्रणाली में बारूदी सुरंग जैसी वस्तुओं का वास्तविक समय में पता लगाने और वर्गीकरण के लिए प्राथमिक पेलोड के रूप में साइड स्कैन सोनार और जल-अंडर-व्हीकल कैमरों से लैस कई एयूवी शामिल हैं।

इस प्रणाली के प्रयोगशाला और बंदरगाह चरण के परीक्षण पूरी तरह सफल रहे हैं और यह अगले कुछ महीनों में उत्पादन के लिए तैयार हो जाएगी।

रक्षा अनुसंधान एवं विकास विभाग के सचिव और डीआरडीओ के अध्यक्ष डॉ. समीर वी. कामत ने इस प्रणाली के सफल विकास के लिए एनएसटीएल टीम की सराहना की है और इसे तैनाती योग्य, बुद्धिमान और नेटवर्कयुक्त बारूदी सुरंग निरोधक समाधान की दिशा में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर बताया है। उन्होंने कहा कि यह नौसेना के बारूदी सुरंग युद्ध अनुप्रयोगों के लिए कम परिचालन जोखिम और रसद क्षमता के साथ त्वरित प्रतिक्रिया क्षमता प्रदान करता है।

हिंदी हिन्दुस्तान की स्वीकृति से एचटीडीएस कॉन्टेंट सर्विसेज़ द्वारा प्रकाशित