अल्मोड़ा , अक्टूबर 16 -- उत्तराखंड की अल्मोड़ा पुलिस ने एक बुजुर्ग को 10 दिनों तक डिजिटल अरेस्ट के नाम पर 18.80 लाख की ठगी करने वाले फर्जी अपराध शाखा अधिकारी को राजस्थान से गिरफ्तार किया है।

अल्मोड़ा के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) देवेन्द्र पींचा ने गुरुवार को इस मामले का खुलासा करते हुए बताया कि इसी साल 25 अगस्त को देघाट निवासी बुजुर्ग गोपाल दत्त को एक अज्ञात कालर बताया गया कि आपका मोबाइल नम्बर का गलत उपयोग किया जा रहा है। आपके नंबर को अपराध शाखा को दिया जा रहा है। तभी तुरंत ही एक और वीडियो काॅल आती है और उसके द्वारा बताया जाता है कि अपराध शाखा दिल्ली से बोल रहे हैं। कहा गया कि आप बैंक से धोखाधड़ी के मामले में नरेश अग्रवाल नामक व्यक्ति से मिले हुए हैं। जिस कारण आपके ऊपर मनी लांड्रिग का केस बनता है।

आपको इसी समय डिजिटल अरेस्ट किया जा रहा है। आरोपी ने किसी से कोई बात नहीं करने की हिदायत दी और अन्यथा जेल डालने की धमकी दी। फिर घर में सामान, जेवर, बैंक बारे में विस्तृत पूछताछ की। आरोपी ने पीड़ित को अपने झांसे में लेकर बैंक की एफडी भी तुड़वा दी।

इसी से घबराकर 27 और 29 अगस्त को पीड़ित ने 18.80 लाख रुपये की धनराशि साइबर ठगों के खाते में डाल दी। साइबर ठगों ने यह भी कहा कि जांच के बाद पूरा पैसा वापस आपके खाते में वापस आ जायेगा। जब कई दिनों तक पैसा वापस नही आया। तब उसे ठगी का अहसास हुआ। इसके बाद विगत 05 सितंबर को देघाट पुलिस को शिकायत दी गई। पुलिस ने भारतीय न्याय संहिता की धारा 61(2)/308(5)/318(4) के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी।

आरोपियों की जल्द तलाश के लिए विशेष अभियान समूह (एसओजी) निरीक्षक भुवन जोशी और देघाट थाना प्रभारी अजेन्द्र प्रसाद के नेतृत्व में एक पुलिस टीम गठितकर दी गई।

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