पटना , नवंबर 10 -- राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के वरिष्ठ नेता तेजस्वी प्रसाद यादव ने सोमवार को आरोप लगाया कि बिहार की डबल इंजन की राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) सरकार ने 20 सालों में राज्य को सबसे अंतिम पायदान पर पहुंचा दिया है।

श्री यादव ने आज यहां आयोजित संवाददाता सम्मेलन में कहा कि 20 सालों में डबल इंजन सरकार ने बिहार को सबसे अंतिम पायदान पर पहुंचा दिया जहां उद्योग धंधे और बेहतर शिक्षा और चिकित्सा के क्षेत्र में प्रदेश पिछड़ गया है। उन्होंने कहा कि बिहार के लोग सबसे ज्यादा बेरोजगारी और पलायन से परेशान है। बिहार के बच्चे पलायन की वजह से लगातार अपने परिवार से दूर रहने को मजबूर है और उनके परिवार के लोग भी बेहतर जिंदगी नहीं जी पा रहे हैं।

राजद नेता ने कहा कि बदलाव और परिवर्तन के लिए बिहार की जनता ने प्रथम चरण में वोट किया है। उन्होंने कहा कि प्रथम चरण के वोटिंग के बाद भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) - जनता दल यूनाईटेड (जदयू) की बेचैनी से ही साफ झलक रहा है कि बिहार की जनता नकारात्मक राजनीति करने वालों से और खटारा - नकारा सरकार से छुटकारा चाहती है।

उन्होंने कहा कि बिहार के लोग इस बार इतिहास रचने जा रहे हैं और नौकरी तथा कलम वाली सरकार लाना चाहती है, क्योंकि बिहार की जनता विकास और सकारात्मक सोच को पसंद करती है।

श्री यादव ने कहा कि जिस तरह से बिहार के बाहर बिहार के लोगों को अपमानित किया जाता है उस पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी या गृह मंत्री अमित शाह एक शब्द नहीं बोलते हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री श्री मोदी अपनी नकारात्मक बातों से बिहार के लोगों को बदनाम और अपमानित करते हैं। श्री मोदी अपने भाषण में कट्टा जैसे शब्दों का इस्तेमाल करते हैं, जो कहीं ना कहीं अमर्यादित और पद के गरिमा के खिलाफ है। इससे स्पष्ट होता है कि वह कहीं ना कहीं बिहार के लोगों को बदनाम करना चाहते हैं।

राजद नेता आने कहा कि प्रधानमंत्री को बिहार के उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ,मंगल पांडेय और संजय जयसवाल पर लगे दाग और भ्रष्टाचार क्यों नहीं दिखते हैं और वह इस पर क्यों नहीं बोलते हैं। उन्होंने कहा कि एनडीए के उम्मीदवार अनंत सिंह, पप्पू पांडेय, धूमल सिंह, हुलास पांडेय, राजू सिंह, जीवेश मिश्रा, मनोरमा देवी, राजबल्लभ यादव, राजू तिवारी , आनंद मोहन जैसे लोग भी उन्हें दिखाई नही देते हैं, जिन पर अनेकों अपराधिक मामले चल रहे हैंश्री यादव ने कहा कि प्रथम चरण का चुनाव हुए चार दिन से अधिक हो गया है,लेकिन चुनाव आयोग ने अभी तक बिहार के लोगों को आंकड़े उपलब्ध नहीं कराये हैं। उन्होंने कहा कि आयोग ने यह भी नही बताया है कि कितने प्रतिशत पुरुष और महिलाओं ने मतदान किया है। मतदान के आंकड़े की भी सही जानकारी अब तक उपलब्ध नहीं करायी गयी है। उन्होंने सवालिया लहजे में कहा कि टेक्नोलॉजी के जमाने में आंकड़े क्यों छुपाये जा रहे हैं, जबकि पहले 24 घंटे के अंदर मैन्युअल में सारी जानकारी आ जाती थी। उन्होंने कहा कि लोग जानना चाहते हैं कि आज टेक्नोलॉजी के दौर में जानकारी चुनाव आयोग के द्वारा क्यों उपलब्ध नहीं कराई जा रही है।

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