तिरुमाला , दिसंबर 23 -- तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम (टीटीडी) के अध्यक्ष बी.आर. नायडू ने मंगलवार को श्रद्धालुओं से अपील किया कि वे 30 दिसंबर से आठ जनवरी तक तिरुमाला श्री वेंकटेश्वर स्वामी मंदिर में वैकुंठ द्वार दर्शन के संबंध में सोशल मीडिया पर प्रसारित हो रहे झूठे एवं भ्रामक प्रचार पर विश्वास न करें।
आज शाम को यहां अपने कैंप कार्यालय में मीडिया को संबोधित करते हुए श्री नायडू ने उन अफवाहों की कड़ी निंदा की, जिनमें दावा किया गया है कि दर्शन टोकन के बिना श्रद्धालुओं को तिरुमाला जाने की अनुमति नहीं है। उन्होंने स्पष्ट कहा कि किसी भी व्यक्ति या संगठन को श्रद्धालुओं से तिरुमाला नहीं आने के लिए कहने का अधिकार नहीं है।
श्री नायडू ने कहा कि टीटीडी पिछले दो महीनों से व्यापक तैयारी एवं व्यवस्था कर रहा है ताकि 30 दिसंबर से आठ जनवरी तक होने वाले वैकुंठ द्वार दर्शन को सुचारू एवं परेशानी मुक्त किया जा सके। पिछले वर्षों से सबक लेते हुए, राज्य सरकार ने व्यवस्थाओं की बारीकी से निगरानी एवं पर्यवेक्षण करने के लिए तीन सदस्यीय मंत्रिस्तरीय उप-समिति का भी गठन किया है। उन्होंने कहा कि तीर्थयात्रियों की भारी भीड़ के मद्देनजर 30, 31 दिसंबर और एक जनवरी के लिए टोकन ई-डीआईपी प्रणाली के माध्यम से दर्शन के प्रावधान किए गए हैं। उन्होंने आगे कहा कि इन तीनों दिनों में केवल वैध टोकन धारक श्रद्धालु ही दर्शन कर सकेंगे। हालांकि, टोकन रहित श्रद्धालु भी तिरुमाला दर्शन के लिए स्वतंत्र हैं लेकिन उन्हें पहले तीन दिनों में दर्शन की अनुमति नहीं दी जाएगी।
टीटीडी अध्यक्ष ने आगे कहा कि जिन श्रद्धालुओं को टोकन नहीं मिल पाए हैं, उनके लिए विशेष व्यवस्था की गई है। ऐसे श्रद्धालुओं को दो जनवरी से आठ जनवरी तक सर्व दर्शन की कतारों के माध्यम से वैकुंठ द्वार के दर्शन करने की अनुमति दी जाएगी। व्यापक जागरूकता सुनिश्चित करने एवं गलत सूचनाओं को रोकने के लिए, टीटीडी एपीएसआरटीसी बसों पर बैनर, तिरुपति में प्रमुख स्थानों पर फ्लेक्स बैनर, सार्वजनिक घोषणाओं, टीटीडी के आधिकारिक सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म, एसवीबीसी चैनल और अन्य मीडिया आउटलेट्स के माध्यम से सटीक जानकारी प्रसारित करेगा।
श्री नायडू ने सभी श्रद्धालुओं से टीटीडी के दिशा-निर्देशों का सख्ती से पालन करने और मंदिर अधिकारियों के साथ सहयोग करने का आग्रह किया जिससे उन्हें अनुशासित एवं धैर्यपूर्वक श्री वेंकटेश्वर स्वामी के दर्शन प्राप्त हो सके।
टीटीडी ने इससे पहले एक विज्ञप्ति में कहा था कि 27 राज्यों से 23 लाख से अधिक पंजीकरण प्राप्त हुए हैं और पहले तीन दिनों में ई-डीआईपी के अंतर्गत 1.89 लाख टोकन आवंटित किए गए हैं, जो देशव्यापी श्रद्धा को प्रतिबिंबित करता है।
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