झुंझुनू , नवम्बर 10 -- हरियाणा से सटे झुंझुनू जिले के सीमावर्ती इलाके में तीन महीने के अंदर नरनौल में गर्भधारण पूर्व और प्रसव पूर्व निदान तकनीक (लिंग चयन प्रतिषेध) अधिनियम (पीसीपीडीएनटी) सेल ने दूसरी बड़ी कार्रवाई की और उसने यह छापेमारी खतड़ी इलाके में की, जहां भ्रूण लिंग जांच करने के आरोप में एक आरोपी व्यक्ति को गिरफ्तार किया, जबकि एक अन्य फरार चल रहा है।

नारनौल पीसीपीएनडीटी के डॉ. विजय कुमार ने सोमवार को बताया कि पिछले कई दिनों से सीमावर्ती क्षेत्रों में गर्भवती महिलाओं का अल्ट्रासाउंड द्वारा भ्रूण लिंग जांच करने की सूचनाएं मिल रही थीं। ऐसी सूचनाएं मिलने के बाद रविवार को एक साढ़े पांच महीने की गर्भवती महिला को डमी ग्राहक के रूप में तैयार किया गया। लिंग परीक्षण करवाने वाले ढाणा निवासी सत्येन्द्र ने इसके लिए 50 हजार रुपए की मांग की। पीसीपीएनडीटी टीम को सूचना सही पाए जाने पर नकली ग्राहक महिला को 50 हजार रुपए देकर सत्येन्द्र के साथ भेजा गया।

उन्होंने बताया कि दल के सदस्य अलग-अलग गाड़ियों में सवार होकर उक्त जगह पर पहुंच गए। सत्येन्द्र एक सफेद रंग की गाड़ी लेकर वहां पहुंचा और महिला को गाड़ी में बैठाकर घुमाता रहा। कुछ ही देर बाद लिंग परीक्षण करने वाला अवधेश पांडे उनकी पास पहुंचा और अपनी गाड़ी से महिला कोर खेतड़ीनगर थाना क्षेत्र के बडाऊ स्थित एक मकान पर ले गया। वहां महिला की पोर्टेबल अल्ट्रासाउंड मशीन से जांच की गई और लड़की होने की जानकारी दी गई। उसी दौरान पीसीपीएनडीटी के दल ने दबिश दी, लेकिन सत्येंद्र उन्हें चकमा देकर मौके से फरार हो गया जबकि दल ने अल्ट्रासाउंड करने वाले व्यक्ति को पकड़ लिया। उससे पूछताछ की तो उसने अपना नाम अवधेश पांडे बताया। उसकी तलाशी लेने पर उससे 27 हजार रुपये बरामद हुए।

अवधेश पांडे पर दो मामले नारनौल में और पांच मामले राजस्थान में दर्ज हैं। उसके पास मिली पोर्टेबल मशीन का पंजीकरण भी नहीं है। इसके अलावा अवधेश पीसीपीएनडीटी अधिनियम के अनुसार सोनोग्राफी करने की शैक्षणिक योग्यता भी नहीं है। दल ने अवधेश को गिरफ्तार करके मामला दर्ज कर लिया है।

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