रांची , दिसंबर 01 -- झारखंड में वित्तीय वर्ष 2025-26 के अप्रैल से अक्टूबर तक कुल 1,139 नए एचआईवी संक्रमित मरीज चिन्हित हुए हैं। झारखंड एड्स कंट्रोल सोसाइटी की रिपोर्ट के अनुसार, इस अवधि में 1,47,639 लोगों की स्क्रीनिंग की गई, जिनमें से 1,095 मरीजों को एआरटी सेंटर से जोड़ कर इलाज और दवा मुहैया कराई जा रही है।
इस साल अब तक 4,74,831 गर्भवती महिलाओं की भी स्क्रीनिंग हुई, जिनमें 86 महिलाएं एचआईवी संक्रमित पाई गई हैं। सबसे अधिक नियोजन पाकुड़ जिले में हुआ, जहां 15,760 गर्भवती महिलाओं की जांच के दौरान 13 संक्रमण वाले मामले सामने आए। इसके बाद पूर्वी सिंहभूम 10 और रांची 7 नए संक्रमण के साथ दूसरे व तीसरे स्थान पर हैं। कुछ जिले जैसे चतरा, देवघर, गुमला, गढ़वा और जामताड़ा ऐसे हैं जहां इस वित्तीय वर्ष में एक भी नई गर्भवती महिला एचआईवी संक्रमित नहीं मिली है।
कुल पहचान में हजारीबाग जिले में 28, पूर्वी सिंहभूम 22, रांची 19, धनबाद व पलामू 18-18, गिरिडीह व पाकुड़ 15-15 और गोड्डा में 10 गर्भवती महिलाएं संक्रमण से प्रभावित पाई गई हैं। चतरा जिला गर्भवती महिलाओं में संक्रमण मुक्त रहा।
सबसे ज्यादा एचआईवी संक्रमित पूर्वी सिंहभूम जिले में मिले, जहां 12,629 लोगों की जांच के बाद 206 मरीजों का पता चला। रांची में 23,887 की जांच के दौरान 173, हजारीबाग में 109, धनबाद में 96, पलामू में 80, गिरिडीह में 65, चाईबासा में 56, कोडरमा में 51 और दुमका में 50 संक्रमित मिले। वहीं कुछ जिलों में संक्रमण के मामले कम आए, पर वहां स्क्रीनिंग भी कम हुई है, जैसे जामताड़ा (3), खूंटी (5), लातेहार (5) और सिमडेगा (8)।
रिपोर्ट में यह भी पाया गया कि गढ़वा जिले में इस अवधि में एक भी व्यक्ति की स्क्रीनिंग नहीं हुई, जो चिंता का विषय है। स्वास्थ्य विभाग को चाहिए कि वे यहां संक्रमण की जांच और रोकथाम पर विशेष ध्यान दें ताकि व्यापक नियंत्रण संभव हो सके।
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