रांची, सितंबर 25 -- स्वस्थ नारी, सशक्त परिवार अभियान पखवाड़ा के अंतर्गत समुदाय को मलेरिया से बचाव और झारखंड को वर्ष 2025 तक मलेरिया मुक्त करने के उद्देश्य से राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन, झारखंड एवं टी.सी.आई. फाउंडेशन द्वारा तीन दिवसीय राज्य स्तरीय कार्यशाला का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम के उद्घाटन सत्र की अध्यक्षता करते हुए राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन अभियान के निदेशक शशि प्रकाश झा झारखंड ने राज्य की प्रतिबद्धता दोहराते हुए प्रतिभागियों को बताया कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और स्वास्थ्य मंत्री डॉ. इरफान अंसारी के निर्देशन में झारखंड वर्ष 2030 तक मलेरिया उन्मूलन के लिए संकल्पबद्ध है।
श्री झा ने जिला स्तर से आए सभी पदाधिकारियों को निर्देश दिया कि मलेरिया उन्मूलन गतिविधियों में किसी भी प्रकार की लापरवाही न बरती जाए और "ट्रैक, टेस्ट और ट्रीट" रणनीति का पूरी तरह से पालन किया जाए।
कार्यशाला के समापन सत्र के दौरान डॉ कल्पना बरुआ, एन.सी.वी.बी.डी.सी., भारत सरकार ने झारखंड में मलेरिया उन्मूलन के तहत किए जा रहे विभिन्न प्रयासों की सराहना की और प्रतिभागियों को प्रमाणपत्र प्रदान कर उनका उत्साहवर्धन किया।
कार्यक्रम में वर्चुअल रूप से जुड़ी एन.सी.वी.बी.डी.सी., भारत सरकार की संयुक्त निदेशक, डॉ. रिंकू शर्मा ने मलेरिया जांच की गुणवत्ता सुनिश्चित करने पर जोर दिया, ताकि मरीजों का समय पर उपचार हो सके और उन्हें पूरी तरह से स्वस्थ किया जा सके।
डॉ. बीरेंद्र कुमार सिंह, राज्य कार्यक्रम पदाधिकारी, वेक्टर जनित रोग, झारखंड ने बताया कि इस वर्ष राज्य में लगभग 22,000 मलेरिया रोगियों की पहचान की गई है, जो पिछले वर्ष की तुलना में लगभग 50% कम है। मच्छर के काटने से फैलने वाली मलेरिया बीमारी से समुदाय को बचाने के लिए समय-समय पर कीटनाशकों के छिड़काव से मच्छरों पर नियंत्रण पाया गया। इसके साथ ही बुखार के मरीजों का मलेरिया टेस्ट कर समय से उपचार सुनिश्चित किया गया, जिससे मलेरिया के संक्रमण को रोका जा सका।
विश्व स्वास्थ्य संगठन, झारखंड के राज्य वेक्टर जनित रोग अधिकारी डॉ. अभिषेक पॉल ने प्रतिभागियों को मलेरिया संक्रमण और इसके रोकथाम की रणनीतियों से अवगत कराया। उन्होंने बताया कि मच्छरों के प्रजनन को रोकने के साथ-साथ समय पर जांच और उपचार से मलेरिया के मामलों में कमी लाई जा सकती है, और इससे मलेरिया से होने वाली असमय मौतों को भी रोका जा सकता है।
कार्यशाला में राज्य स्तर से सग्या सिंह, विनय कुमार, नीलम कुमार एवं टी.सी.आई. फाउंडेशन के महानिदेशक डॉ मुनिस चंद्र, डॉ रमेश धीमन, नैशनल टेक्निकल लीड, नमिता मेहता, वरिष्ठ प्रबंधक, डॉ. महेश कौशिक एवं डॉ दिनकर ने 8 राज्यों यथा बिहार, झारखंड, सिक्किम, पश्चिम बंगाल, उत्तर प्रदेश, छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र, एवं मध्य प्रदेश से आए 31 राज्य स्तरीय अधिकारियों को मलेरिया उन्मूलन की विभिन्न रणनीतियों के बारे में जानकारी दी।
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