दुमका , नवम्बर 24 -- झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने झारखंड फ्लाईंग इंस्टीट्यूट का विधिवत उद्घाटन करने के साथ दुमका वासियों को बड़ी सौगात दी है।

इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने करीब 166 करोड़ की दस योजनाओं का उद्घाटन और 123 करोड़ की योजना का शिलान्यास किया तथा विभिन्न योजना के तहत लाभुकों के बीच परिसम्पति का वितरण किया। दुमका में आज से शुरू इस फ्लाइंग इंस्टीट्यूट में प्रतिवर्ष संतालपरगना सहित राज्य के विभिन्न क्षेत्र के तीस युवाओं को हवाई जहाज उड़ाने का प्रशिक्षण दिया जायेगा।

इसमें से अनुसूचित जनजाति के 15 चयनित युवाओं के प्रशिक्षण का पूरा खर्च राज्य सरकार वहन करेगी। इस मौके पर मुख्यमंत्री ने दुमका हवाई अड्डा में आयोजित समारोह में फ्लाईंग इंस्टीट्यूट का उद्घाटन करते हुए राज्य सरकार द्वारा रोजगार व विकास से संबंधित किये जा रहे कार्यों की विस्तार से चर्चा की और वहीं दुमका सहित राज्य कई योजनाओं को बंद करने का आरोप लगाते हुए पूर्ववर्ती सरकार की आलोचना की और विपक्ष पर जमकर निशाना साधा।

श्री सोरेन ने कहा कि झारखंड आंदोलन के प्रणेता दिवंगत दिशोम गुरू शिबू सोरेन को स्मरण किया और कहा कि राज्य सरकार सीमित संसाधन के बावजूद दिशोम गुरू शिबू सोरेन के सपनों को धरातल पर उतारने के प्रयास में जुटी है। राज्य के आदिवासी-मूलवासी, आधी आबादी महिलाओं, युवाओं और नौजवानों के कल्याण व विकास के लिये कई कल्याणकारी योजनाओं को कार्यान्वित कर रही है।

आबुआ आवास व मईंया सम्मान योजना के साथ नयी उड़ान योजना के तहत दुमका में झारखंड फ्लाइंग इंस्टीट्यूट भी उसी कड़ी में शामिल है। उन्होंने कहा कि झारखंड निर्माता शिबू सोरेन के मुख्यमंत्रित्व काल में 2008 में आदिवासी मूलवासी के बच्चों को अच्छी शिक्षा मुहैया कराने के उद्धेश्य से दुमका में इस इंस्टीट्यूट की आधारशिला रखी गयी थी, लेकिन इसके बाद की पूर्ववर्ती सरकारों ने राज्य के विकास को रोकने की नीयत से इसे बंद कर दिया। इस कारण 17 वर्षों तक यहां के नौजवान इसके लाभ से वंचित रह गये। लेकिन राज्य सरकार यहां के बच्चों को बेहतर शिक्षा मुहैया कराकर उनका उज्जवल भविष्य बनाने के लिये समर्पित भाव से कार्य कर रही है।

श्री सोरेन ने कहा कि पूर्व में झारखंड की जमीन पर मसानजोर सहित कई डैम निर्मित किये गये। फिर भी यहां के खेतों को सिंचाई के लिये पर्याप्त पानी नसीब नहीं हो रहा है। इसलिये दुमका के मसलिया प्रखंड क्षेत्र के गोड़माला में लघु सिंचाई योजना शुरू की गयी है। इससे इस क्षेत्र के किसानों को सिंचाई की सुविधा मिल सकेगा। उन्होंने कहा कि सेवा का अधिकार के तहत सरकार आपके द्वार अभियान चलाया जा रहा है। उन्होंने जोर देकर कहा कि उनकी सरकार राज्य व जिला मुख्यालय से नहीं, बल्कि गांव से चलने वाली सरकार है।

श्री सोरेन ने कहा कि राज्य सरकार ने कार्यशैली में बदलाव किया है और अधिकारी को आपके घर तक जाकर आपकी आम समस्याओं का निश्चित समयावधि के भीतर उसके निदान का निर्देश दिया गया है। समारोह में इससे पहले दुमका के सांसद नलिन सोरेन, विधायक बसंत सोरेन, डा लुईस मरांडी, प्रदीप यादव, जिला परिषद अध्यक्ष जायस बेसरा ने भी संबोधित किया।

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