रांची , नवम्बर 19 -- झारखंड राज्यपाल-सह- राज्य के विश्वविद्यालयों के कुलाधिपति संतोष कुमार गंगवार ने आज जमशेदपुर महिला विश्वविद्यालय, जमशेदपुर के तृतीय दीक्षांत समारोह में कहा कि बेटियों की शिक्षा किसी भी समाज की वास्तविक प्रगति का आधार है।

श्री गंगवार ने उपाधि प्राप्त सभी छात्राओं को हार्दिक बधाई दी और कहा कि यह सफलता उनके परिश्रम, अनुशासन और समर्पण का परिणाम है।

श्री गंगवार ने कहा कि इस विश्वविद्यालय की यात्रा एक इंटरमीडिएट कॉलेज से पूर्ण विश्वविद्यालय बनने तक महिला शिक्षा, सशक्तिकरण और सामाजिक परिवर्तन की प्रेरक कहानी है। उन्होंने प्रसन्नता व्यक्त की कि विश्वविद्यालय की पूर्व छात्राएँ शिक्षा, प्रशासन, विज्ञान, उद्यमिता, कला और खेल सभी क्षेत्रों में उत्कृष्ट योगदान दे रही हैं।

श्री गंगवार ने प्रधानमंत्री द्वारा नारी-सशक्तिकरण, बेटियों की शिक्षा, सुरक्षा और सम्मान के लिए चलाए जा रहे अभियानों विशेष रूप से 'बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ', कौशल विकास एवं महिला उद्यमिता से संबंधित कार्यक्रमों का उल्लेख करते हुए कहा कि इनके सकारात्मक परिणाम पूरे देश में दिखाई दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि भारत की बेटियाँ आज विश्व-स्तर पर नए कीर्तिमान स्थापित कर रही हैं और झारखंड की बेटियाँ भी इस दिशा में तेज़ी से आगे बढ़ रही हैं।

श्री गंगवार ने अपने संबोधन में कहा कि "दीक्षांत केवल शिक्षा का समापन नहीं, बल्कि जीवन की एक नई यात्रा का आरंभ है। आप जिस भी क्षेत्र में जाएँ, शिक्षा, न्याय, प्रशासन, विज्ञान, उद्योग या सामाजिक सेवा, आपकी सफलता मानवीय संवेदनाओं, नैतिक मूल्यों और जिम्मेदारियों से परिपूर्ण होनी चाहिए। उन्होंने छात्राओं को अनुशासन, निरंतर सीखते रहने की प्रवृत्ति और आत्मविश्वास को जीवन का आधार बनाने की सलाह दी।

श्री गंगवार ने कहा कि अवसर स्वयं नहीं आते, उन्हें परिश्रम और संकल्प से हासिल करना पड़ता है। उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि राज्य के विभिन्न दीक्षांत समारोहों में "पदक प्राप्त करने वाली छात्राओं की संख्या लड़कों से अधिक देखना" राज्य की उभरती नारी-शक्ति का प्रमाण है।

श्री गंगवार ने कहा कि राज्य के सभी विश्वविद्यालयों में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा, नियमित कक्षाएँ, समय पर परीक्षाएँ और समयबद्ध परिणाम सुनिश्चित करना उनकी प्राथमिकता है। उन्होंने कहा कि जमशेदपुर महिला विश्वविद्यालय महिला शिक्षा के क्षेत्र में राष्ट्रीय स्तर पर उत्कृष्टता का आदर्श केंद्र बने, इस दिशा में तेजी से प्रयास करें।

उन्होंने सभी उपाधि प्राप्त छात्राओं के उज्ज्वल भविष्य की कामना करते हुए कहा कि पूर्ण विश्वास है कि झारखंड की हमारी प्रतिभाशाली बेटियाँ l'विकसित भारत@2047' के संकल्प को साकार करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएँगी।

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