झाबुआ, सितंबर 25 -- मध्यप्रदेश के झाबुआ जिले में लोकायुक्त पुलिस ने एक जिला आपूर्ति अधिकारी और सहायक सेल्समैन को 50 हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकड़ा है।

लोकायुक्त पुलिस के सूत्रों ने बताया कि जिला आपूर्ति अधिकारी आशीष आजाद और सहायक सेल्समैन जितेंद्र नायक को एक शासकीय उचित मूल्य की दुकान के निलंबन को हटाने के मामले में लोकायुक्त पुलिस ने रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकड़ा है। उन्होंने बताया कि आवेदक डॉ. भीमराव अंबेडकर बहुउद्देशीय सहकारी साख संस्था मर्यादित पिटोल बड़ी जिला झाबुआ में सेल्समैन के पद पर कार्यरत था। उसकी शासकीय उचित मूल्य की दुकान को बिना किसी सूचना के निलंबित कर दिया गया था और उसे करूणा स्वयं सहायता नेगड़िया की शासकीय उचित मूल्य की दुकान में संलग्न कर दिया गया था।

इस बार आवेदक अपनी दुकान के निलंबन के संबंध में चर्चा करने के लिए कलेक्टर कार्यालय झाबुआ स्थित खाद्य विभाग के कार्यालय पहुंचा जहां उसकी मुलाकात सहायक सेल्समैन जितेंद्र नायक से हुई। नायक ने आवेदक से कहा कि वह उसकी दुकान का निलंबन हटवा सकता है और एफआईआर नहीं होने देगा, लेकिन इसके लिए आवेदक को जिला आपूर्ति अधिकारी आशीष आजाद को कुछ खर्चा-पानी देना होगा। इसके बाद आवेदक से एक लाख रुपए की रिश्वत मांगी गई। इसकी शिकायत आवेदक ने लोकायुक्त पुलिस से की, जिसने आज आरोपियों को 50 हजार की रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ लिया।

इस मामले में दोनों आरोपियों के विरूद्ध भ्रष्टाचार निवारण (संशोधन) अधिनियम 2018 एवं धारा 61(2) बी.एन.एस. 2023 के अंतर्गत कार्यवाही की जा रही है।

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