फगवाड़ा , अक्टूबर 30 -- पंजाब के फगवाड़ा में जेसीटी मिल के कॉरपोरेट अंतरिम समाधान पेशेवर उमेश गर्ग के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहे मजदूरों का मिल कलोनी में धरना गुरुवार को भी जारी रहा।
गर्ग पर आरोप है कि उन्होंने श्रमिकों को धमकी दी और उनके आवासीय क्वार्टरों के दौरे के दौरान महिलाओं के साथ दुर्व्यवहार किया।
जेसीटी मिल यूनियन के नेता सुनी पांडे के नेतृत्व में लगभग 120 मज़दूरों ने फगवाड़ा स्थित एसडीएम कार्यालय तक मार्च निकाला और गर्ग और उनकी टीम के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की मांग करते हुए एक ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में आरोप लगाया गया कि सीआईआरपी अधिकारी ने मज़दूरों से उनके आवास खाली करने के लिए कहते हुए 'धमकी भरी भाषा का इस्तेमाल' किया और 'अनुचित व्यवहार' किया।
एसडीएम फगवाड़ा ने प्रतिनिधिमंडल को आश्वासन दिया कि मज़दूरों के घरों को नहीं तोड़ा जायेगा और अगर जांच में गर्ग की ओर से की गयी कोई गड़बड़ी पायी गयी तो प्रशासन कार्रवाई करेगा। इस आश्वासन के बाद, प्रदर्शनकारी मज़दूर एसडीएम कार्यालय से शांतिपूर्वक चले गये, लेकिन मिल कॉलोनी में अपना धरना जारी रखा और बोनस और भविष्य निधि बकाया जारी करने तथा रिहायशी इलाके में पानी और बिजली की आपूर्ति बहाल करने जैसी अन्य लंबित मांगों पर अड़े रहे।
यह टकराव बुधवार शाम (29 अक्टूबर) को शुरू हुआ, जब गर्ग एक इनोवा कार में जेसीटी मिल श्रमिक कॉलोनी गये थे। मजदूरों के अनुसार, गर्ग ने निवासियों को कथित रूप से अतिक्रमण किये गये क्वार्टर खाली करने का निर्देश दिया और चेतावनी दी कि क्वार्टरों को गिराया जा सकता है। कथित तौर पर इस बयान से मजदूरों में गुस्सा भड़क गया और जल्द ही राम कुमार के नेतृत्व में लगभग 140-150 मजदूर इकट्ठा हो गये और गर्ग का घेराव कर लिया, उनकी गाड़ी को घेर लिया और अपनी लंबित मांगों को लेकर नारे लगाने लगे।
बाद में गर्ग अपनी कार वहीं छोड़कर पैदल ही घटनास्थल से चले गये। भीड़ तितर-बितर होने से इनकार कर रही थी, तो फगवाड़ा थाना सिटी की एसएचओ निरीक्षक उषा रानी देर रात पुलिस टीम के साथ स्थिति को शांत करने के लिए मौके पर पहुंचीं। पुलिस ने कार्यकर्ताओं से गर्ग की गाड़ी को हटाने की अनुमति देने का अनुरोध किया, लेकिन उन्होंने इनकार कर दिया। उनका आरोप था कि गर्ग ने महिलाओं के साथ दुर्व्यवहार किया और उनके घर तोड़ने की धमकी दी। कार्यकर्ताओं ने उनसे सार्वजनिक रूप से माफ़ी की भी मांग की।
बाद में मीडिया को दिये गये बयान में श्री गर्ग ने सभी आरोपों से इनकार करते हुए कहा कि उन्होंने किसी के साथ दुर्व्यवहार नहीं किया तथा उनका दौरा केवल मिल के क्वार्टरों पर अवैध कब्जा करने वालों को सावधान करने के लिए था।
गुरुवार शाम तक कॉलोनी में स्थिति शांतिपूर्ण लेकिन तनावपूर्ण बताई जा रही थी, और पुलिस किसी भी तरह की स्थिति को बढ़ने से रोकने के लिए कड़ी निगरानी रख रही थी। वित्तीय बकाया और बुनियादी सुविधाओं की मांग को लेकर जेसीटी मिल के मज़दूरों का धरना दूसरे दिन भी जारी है।
हिंदी हिन्दुस्तान की स्वीकृति से एचटीडीएस कॉन्टेंट सर्विसेज़ द्वारा प्रकाशित