जगदलपुर , अक्टूबर 17 -- छत्तीसगढ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने 208 नक्सलियों के शुक्रवार को आत्मसमर्पण करने के बाद कहा कि जेलों में बंद नक्सलियों के नक्सलवाद विचारधारा त्यागने की बात स्वीकारने के बाद राज्य सरकार उनका पुनर्वास करेगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि मारने और मरने वाले दोनों ही आदिवासी हुआ करते थे, यह बात मन को कचोटती थी। अब जब बड़ी संख्या में नक्सली पुनर्वास पर यकीन कर रहे हैं तो मन को थोड़ी सकून मिल रहा है। उन्होंने कहा कि सरकार ने पुनर्वास को चुनने वाले नक्सलियों को प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत घर, इलाज़ की सुविधा और खेती के लिए जमीन देने का फैसला किया है। सरकार ने नक्सलियों की एक बड़ी मांग को भी पूरा करने का फैसला किया है।
गृहमंत्री विजय शर्मा ने यहां संवाददाताओं से कहा कि आत्मसमर्पण जैसा शब्द ठीक नहीं है। ये सब हमारे अपने लोग हैं इन्होंने नया जीवन जीना चाहा था, इसलिए हमारी सरकार ने सभी के पुनर्वास की सपनों को साकार भर किया है। नक्सलियों की एक बड़ी मांग सरकार ने मान ली है।
गौरतलब है कि एक नक्सलियों के एक शीर्ष नेता ने जेल में बंद नक्सलियों के रिहाई की मांग की थी। इस पर सरकार ने कहा कि जेल में बंद नक्सलियों के नक्सलवाद विचारधारा त्यागने की बात कहते ही उनको पुनर्वास का मौका दिया जाएगा।
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