जालंधर , दिसंबर 23 -- पब्लिक ऑर्गनाइज़ेशन्स का जॉइंट फ्रंट (जेपीएमओ) केन्द्र सरकार की जनविरोधी नीतियों के खिलाफ 28 दिसंबर को जालंधर रेलवे स्टेशन के सामने सम्मेलन का आयोजन करेगा।

जेपीएमओ के महासचिव तीरथ सिंह बस्सी ने मंगलवार को बताया कि केंद्र सरकार की लगातार लागू की जा रही नव उदारवादी नीतियों, मज़दूर विरोधी लेबर कोड, मनरेगा को खत्म करने, प्रस्तावित बिजली संशोधन विधेयक और सीड अमेंडमेंट बिल, प्राकृतिक संसाधनों और पब्लिक सेक्टर की संस्थाओं को कॉर्पोरेट्स को सौंपने के खिलाफ़ 28 दिसंबर को जालंधर शहर के रेलवे स्टेशन के सामने सम्मेलन करेगा। उसके बाद एक विरोध मार्च निकाला जाएगा। उन्होने कहा कि केंद्र की मोदी सरकार मजदूरों, किसानों, कर्मचारियों और आम लोगों के हक में बने कानूनों को खत्म करके जनता के हितों पर कुठाराघात कर रही है और साम्राज्यवादियों और कॉर्पोरेट के फायदे के लिए नये कानून बना रही है। उन्होंने एलान किया कि बड़े पैमाने पर संघर्ष शुरू किये जाएंगे और केंद्र सरकार की देश विरोधी नीतियों का कड़ा विरोध किया जाएगा।

हिंदी हिन्दुस्तान की स्वीकृति से एचटीडीएस कॉन्टेंट सर्विसेज़ द्वारा प्रकाशित