नोएडा , अक्टूबर 04 -- उत्तर प्रदेश के नोएडा सेक्टर 126 स्थित निजी विवि में शनिवार को एमिटी इंस्टीटयूट फॉर कम्पीटीटिव एक्जामिनेशन द्वारा सम्मान समारोह का भव्य आयोजन किया गया।
सम्मान समारोह के कार्यक्रम में जेईई, नीट और ओलंपियाड विजेताओं के उन 90 छात्रों को सम्मानित किया गया जिनका उद्देश्य राष्ट्र को सशक्त बनाने व गरिमा के प्रति दृढ़ संकल्पित हैं।
सम्मान समारोह के इस भव्य कार्यक्रम में देश के विभिन्न बड़े सरकारी विभागों के बड़े पदाधिकारी शामिल हुए जिनमें रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) की उत्पादन समन्वय और सेवा संपर्क की महानिदेशक और वैज्ञानिक डा चंद्रीका कौशिक, विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) के संयुक्त सचिव डा मधुकर मारूती वावरे, इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय (इग्नू) रिजनल सेंटर के उपनिदेशक डा अमित कुमार श्रीवास्तव, सफदरजंग अस्पताल मेडिसिन विभाग की प्रमुख डा मनीषा बैस ठाकुर, स्वास्थ्य एवं बायोमेडिकल अनुसंधान विभाग(आईसीएमआर) के उपमहानिदेशक जगदीश राजेश एवं अन्य विभिन्न क्षेत्रों के महानिदेशकों और वरिष्ठ पदाधिकारियों द्वारा सभी छात्रों को सम्मान प्रदान किया गया।
सम्मान समारोह में डीआरडीओ की महानिदेशक वैज्ञानिक डा चंद्रीका कौशिक ने समारोह कार्यक्रम में उपस्थित छात्रों और उनके परिजनों सहित सभी को संबोधित करते हुए कहा कि सफलता अचानक प्राप्त नही होती बल्कि इसके पीछे आपकी घंटो की मेहनत, नींद का त्याग, आपके शिक्षकों और अभिभावकों का मार्गदर्शन है। सबसे पहले स्वंय पर विश्वास करें और इसके बाद लक्ष्य तय करें और लक्ष्य को हासिल करने का पूर्ण प्रयास करें। आज हम भारत के युवाओं के उत्साह का सम्मान कर रहे है जो उर्जा से भरा हुआ है और अपने लक्ष्य एंव उददेश्य के प्रति समर्पित है। उन्होनें कहा कि यह परीक्षा, रैंक, मेंडल हासिल करना आखरी मंजिल नही है, एक लक्ष्य हासिल करते ही दूसरा लक्ष्य सामने आ जायेगा इसलिए इस यात्रा का आनंद ले। आपमें से हर छात्र अनूठा और क्षमतावान है इसलिए जीवन में वो करे जिससे आमजन की समस्या का निवारण हो। नई तकनीकों का उपयोग लोगों की सहायता हेतु करे। उन्होनें छात्रों को सलाह देते हुए कहा कि जीवन में प्रतिभा और मेहनत की निरंतरता बनाये रखे, सदैव कुछ नया सीखने व जानने की इच्छा रखे और बिना भय के साहस से कार्य करे। डा कौशिक ने छात्रों को स्वंय का उद्यम प्रारंभ करने, नवाचार करने के लिए प्रेरित किया।
आईसीएमआर के उपमहानिदेशक जगदीश राजेश ने कहा कि सच्ची ताकत वही है जो कठिन परिस्थितियों में भी हारने ना दे। जीवन दर्पण की तरह होता है आप जो देगें वही लौटायेगा। जीवन में सदैव चुनौतियों को स्वीकार करें, लक्ष्य तय करें और विन्रम बनें। आप युवाओं पर देश को आगे बढ़ाने की जिम्मेदारी है जिसे पूरी निष्ठा से निभाये।
विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) के संयुक्त सचिव डा मधुकर मारूती वावरे ने कहा कि आज का यह कार्यक्रम केवल इन छात्रों को आगे बढ़ने के लिए प्रेरित ही नही करेगा बल्कि आने वाले छात्रों के लिए प्रेरणास्त्रोत बनेगा। छात्रों की दृढ़निश्चियता, एमिटी के शिक्षकों की दृढ़निश्चियता को प्रतिबिंबित करती है। उन्होनें छात्रों से कहा कि देश सेवा के लिए तैयार रहे और मानवता के लिए कार्य करें।
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