गुवाहाटी , अक्टूबर 07 -- गायक-अभिनेता जुबीन गर्ग की रहस्यमय मौत की चल रही जांच में एक महत्वपूर्ण मोड़ आया जब रूपकमल कलिता असम आपराधिक जांच विभाग (सीआईडी) के समक्ष मंगलवार को पेश हुए जो उन आठ लोगों में से एक हैं जो सिंगापुर में जुबीन के अंतिम क्षणों में उनके साथ थे।
अन्य सात गवाहों ने अभी तक सीआईडी के समन का जवाब नहीं दिया है। गौरतलब है कि ये वही गवाह हैं जो 19 सितंबर को गर्ग के डूबने के समय नौका यात्रा का हिस्सा थे।
मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने इस घटना की पुष्टि करते हुए कहा कि कलिता ने जांच में पूर्ण सहयोग का आश्वासन दिया है। श्री सरमा ने कहा, "हम शेष सात लोगों पर दबाव बनाए रखेंगे। जितनी जल्दी वे सहयोग करेंगे, उतनी ही जल्दी हम जांच पूरी कर पाएंगे।"सीआईडी के सूत्रों ने बताया कि कलिता के बयान से गायक की मौत से पहले के आखिरी घंटों के प्रमुख पहलुओं का पता चलने की संभावना है, जिसमें नौका पर घटी घटनाओं का क्रम, उनके डूबने की परिस्थितियां और घटनास्थल पर मौजूद लोगों की गतिविधियां शामिल हैं।
सीआईडी इस मामले में पहले ही कई लोगों से पूछताछ कर चुकी है, जिनमें इवेंट मैनेजर श्यामकानु महंत और जुबीन के मैनेजर सिद्धार्थ शर्मा भी शामिल हैं। दोनों को पिछले सप्ताह सिंगापुर में आयोजित 'नॉर्थ ईस्ट इंडिया फेस्टिवल' से जुड़ी वित्तीय और अन्य अनियमितताओं के बाद गिरफ्तार किया गया था।
इससे पहले व्यापक जन आक्रोश और सिंगापुर से आई परस्पर विरोधी रिपोर्टों के बाद असम सरकार ने जुबीन गर्ग की मौत की न्यायिक जांच के आदेश दिए थे। सीआईडी और एक विशेष जांच दल (एसआईटी) की सहायता से राज्य पुलिस, आधिकारिक राजनयिक और कानूनी माध्यमों से सिंगापुर के अधिकारियों के साथ समन्वय कर रही है।
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