भोपाल , अक्टूबर 17 -- राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण (एनएचए) द्वारा मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में 15 और 16 अक्टूबर को प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (पीएम-जेएवाई) और आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन (एबीडीएम) पर दो दिवसीय राष्ट्रीय समीक्षा बैठक आयोजित की गई। इस बैठक में देशभर के राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के वरिष्ठ अधिकारियों ने भाग लिया। कार्यक्रम का उद्देश्य योजनाओं के क्रियान्वयन की समीक्षा, श्रेष्ठ प्रथाओं का आदान-प्रदान और भावी रणनीति तैयार करना रहा।
बैठक में एनएचए के सीईओ डॉ. सुनील कुमार बर्णवाल, मध्यप्रदेश शासन के मुख्य सचिव श्री अनुराग जैन, एबीडीएम मिशन निदेशक श्री किरण गोपाल वास्का, संयुक्त सचिव (पीएम-जेएवाई) सुश्री ज्योति यादव सहित विभिन्न राज्यों के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे। इस अवसर पर एनएचए की वार्षिक रिपोर्ट 2024-25 तथा बेस्ट प्रैक्टिसेज बुकलेट भी जारी की गई, जिसमें योजनाओं के अंतर्गत नवाचार, डिजिटल एकीकरण और उपलब्धियों का विस्तृत उल्लेख किया गया है।
'जीरो पेंडेंसी माह' के दौरान दावा निस्तारण में उत्कृष्ट कार्य के लिए मध्यप्रदेश को बड़े राज्यों की श्रेणी में प्रथम पुरस्कार प्रदान किया गया। इस श्रेणी में छत्तीसगढ़ को द्वितीय और उत्तराखंड को तृतीय स्थान मिला। एनएचए के सीईओ डॉ. बर्णवाल ने कहा कि डिजिटल स्वास्थ्य एकीकरण भारत के स्वास्थ्य ढांचे को नई दिशा दे रहा है। उन्होंने बताया कि आयुष्मान भारत योजना अब तक 45 करोड़ से अधिक लाभार्थियों को स्वास्थ्य सुरक्षा प्रदान कर चुकी है।
मुख्य सचिव श्री अनुराग जैन ने कहा कि स्वास्थ्य योजनाओं के प्रभावी क्रियान्वयन में राज्यों की सक्रिय भागीदारी आवश्यक है। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश ने स्वास्थ्य सेवाओं में पारदर्शिता और दक्षता दोनों स्थापित की हैं।
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