अमृतसर , नवंबर 12 -- गुरु नानक देव विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. करमजीत सिंह ने बुधवार को कहा कि विश्वविद्यालय सिख धर्म से जुड़े सभी मूल स्रोतों को एकत्रित करके एक केंद्रीय डिजिटल संग्रह तैयार करेगा, जिसका उपयोग दुनिया भर के विद्वान कर सकेंगे।
डॉ सिंह गुरु तेग बहादुर के 350वें शहीदी दिवस को समर्पित दो दिवसीय राष्ट्रीय सम्मेलन में अध्यक्षीय भाषण दे रहे थे, जिसका विषय था 'श्री गुरु तेग बहादुर जी: शहादत और नैतिक चेतना की शुरुआत।' उन्होंने इस अवसर पर घोषणा की कि कल समापन समारोह के दौरान गुरु तेग बहादुर की शताब्दी पर अपने विचार रखने वालों के लिए एक अमृतसर घोषणापत्र जारी किया जाएगा।
गुरु नानक अध्ययन विभाग और राजनीति विज्ञान विभाग द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित यह दो दिवसीय राष्ट्रीय सम्मेलन श्री गुरु ग्रंथ साहिब अध्ययन केंद्र के ऑडिटोरियम हॉल में आयोजित किया जा रहा है।
उद्घाटन सत्र में कुलपति डॉ. करमजीत सिंह के साथ-साथ मुख्य वक्ता प्रो. अमरजीत सिंह ग्रेवाल, सम्मेलन के मुख्य अतिथि प्रो. मंजीत सिंह (पूर्व जत्थेदार श्री अकाल तख्त साहिब) और विशेष अतिथि प्रो. सरबजिंदर सिंह (कुलपति सनी ओबेरॉय विवेक सदन फ्यूचरिस्टिक यूनिवर्सिटी, श्री आनंदपुर साहिब) आदि विद्वानों ने भाग लिया।
अमरजीत सिंह ग्रेवाल ने इस बात पर जोर दिया कि गुरु तेग बहादुर ने अपनी शहादत के कारण एक नयी संस्कृति का निर्माण किया और 'बारी मीत समान' का नारा दिया। इसके साथ ही डॉ. साहिब ने यह भी कहा कि वर्तमान युग में हमें भोजन उपलब्ध कराने के साथ-साथ शिक्षा और ज्ञान भी प्रदान करना चाहिए।
प्रो. मनजीत सिंह (पूर्व जत्थेदार श्री अकाल तख्त साहिब) ने कहा कि गुरु तेग बहादुर साहिब के जीवन के रहस्यों को समझने की आवश्यकता है कि जब गुरु साहिब "हरख सोग ते रहै न्यारो" और 'कंचन माटी मनाई' जैसे महत्वपूर्ण संदेश देते हैं और आनंदमय जीवन जीने की प्रेरणा देते हैं।
विशेष अतिथि प्रो. सर्बजिंदर सिंह ने शहादत की अवधारणा की परतें खोलते हुए गुरु तेग बहादुर की शहादत के संदर्भ में धार्मिक विज्ञान के नजरिए से सिख धर्म में शहादत की अवधारणा की विशिष्टता पर प्रकाश डाला और हमें इस बात पर गर्व महसूस कराया कि जिस भावना के साथ गुरु साहिब जी ने स्वयं चलकर शहादत दी, वह केवल सिख धर्म के हिस्से में आयी है। इस कारण हमें अपनी विरासत पर गर्व होना चाहिए और विरासत के दिखाए कदमों के अनुसार अपना जीवन व्यतीत करना चाहिए।
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