पटना, अक्टूबर 06 -- केंद्रीय शिक्षा मंत्री और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता धर्मेंद्र प्रधान ने सोमवार को कहा कि जिसे बिहार की समझ नहीं, उसके लिए देश की राजनीति को समझना मुश्किल होगा।
श्री प्रधान ने आज बिहार चैम्बर ऑफ कॉमर्स में आयोजित एक कार्यक्रम में संवाददाताओं को संबोधित करते हुए कहा कि छह वर्षो तक उन्हें बिहार का प्रतिनिधित्व करने और उस दौरान इस राज्य की राजनीति को गहराई से समझने का मौका मिला। उन्होंने कहा कि बिहार और उड़ीसा पहले एक ही राज्य थे, लेकिन 1936 में ब्रिटिश काल मे ही दोनो अलग हो गए थे। उससे पहले 1912 में बिहार और उड़ीसा को बंगाल से अलग कर दिया गया था।
भाजपा नेता ने केंद्र सरकार के कार्यों की सराहना करते हुए कहा कि देश की अर्थव्यवस्था को आजादी के बाद पहले एक ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनने में साठ साल लग गए और अगले सात साल में 2014 तक अर्थव्यवस्था दो ट्रिलियन डॉलर तक ही पहुंच पाई। उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी की भाजपा सरकार आने के बाद अगले 11 वर्षो में ही भारत की अर्थव्यवस्था दो से चार ट्रिलियन डॉलर तक पहुंच गई।
श्री प्रधान ने कहा कि इस समय भारत विश्व की सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्थाओं में से एक है। उन्होंने उदाहरण दे कर कहा कि वर्तमान में अमेरिका की औसत ग्रोथ 2.8 प्रतिशत, जापान की 1.8 , जर्मनी की जीरो, ब्रिटेन की 1.1,चीन की 4,और ब्राजील की 02 प्रतिशत है, जबकि भारतीय अर्थव्यवस्था 6.2 प्रतिशत से बढ़ रही है। उन्होंने कहा कि देश मे औसत मंहगाई दर भी 8.2 से घट कर 05 प्रतिशत हो गयी है।
केंद्रीय मंत्री कहा कि सरकार की विभिन्न परियोजनाओं और आधुनिक संसाधनों से अर्थव्यवस्था में चमक आई है। उन्होंने देश भर में खुले जनधन बैंक खातों और उनमें सरकार की तरफ से सीधे भेजी जाने वाली रकम की चर्चा करते हुए कहा कि अब सरकारी योजनाओ के तहत किसानों और जरूरतमंदों को भेजी जाने वाली राशि को बिचौलिये हजम नही कर पाते हैं। उन्होंने कहा कि बड़ी संख्या में स्टार्टअप के शुरू होने से देश मे उद्यमिता बढ़ी है और सड़कों का जाल बुनने से संपर्क पहले से बहुत अच्छा हो गया है। उन्होंने कहा कि सरकार के प्रयासों से पिछले 11 वर्षों में देश भर में 25 करोड़ लोग गरीबी रेखा से ऊपर आ गए हैं।
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