बेमेतरा, सितंबर 25 -- केंद्रीय गृह मंत्रालय व राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण, नयी दिल्ली के सहयोग से छत्तीसगढ़ राज्य बाढ़ आपदा प्रबंधन द्वारा आज प्रदेशभर में राज्य स्तरीय मॉक ड्रिल का आयोजन किया गया। इसी कड़ी में बेमेतरा जिले में जिला अस्पताल परिसर और शिवनाथ नदी के टेमरी पुल पर जीवंत राहत एवं बचाव अभ्यास किया गया।

भारी बारिश के कारण जिला अस्पताल भवन ढहने की काल्पनिक स्थिति बनाकर यह अभ्यास किया गया। सूचना मिलते ही एसडीआरएफ की टीम तत्काल मौके पर पहुँची और 45 हताहतों को सुरक्षित बाहर निकाला। तीसरी मंजिल पर फंसे लोगों को रस्सियों और उपकरणों की मदद से नीचे उतारा गया। प्राथमिक उपचार के बाद घायलों को एंबुलेंस से अस्पताल और गंभीर लोगों को हेलीकॉप्टर से बड़े अस्पतालों में रेफर किया गया।

इस दौरान कलेक्टर रणवीर शर्मा, पुलिस अधीक्षक रामकृष्ण साहू सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे। कलेक्टर शर्मा ने कहा कि इस प्रकार की मॉक ड्रिल से नागरिकों और प्रशासन दोनों को आपदा के समय त्वरित राहत और बचाव की जानकारी मिलती है।

राज्य स्तरीय मॉक ड्रिल के अंतर्गत दूसरी जीवंत अभ्यास शिवनाथ नदी के टेमरी पुल पर किया गया। लगातार बारिश से आई बाढ़ में दो लोगों के फंसने की काल्पनिक सूचना पर एसडीआरएफ की टीम मौके पर पहुँची और नाव व रस्सियों की मदद से दोनों को सुरक्षित निकाला। इस दौरान जवानों ने सीपीआर और प्राथमिक उपचार की प्रक्रिया का भी प्रदर्शन किया।

कलेक्टर रणवीर शर्मा ने कहा कि ऐसे पूर्वाभ्यास से प्रशासन की तैयारियों में मजबूती आती है और आम नागरिकों को आपदा से निपटने की सही जानकारी मिलती है। वहीं पुलिस अधीक्षक रामकृष्ण साहू ने नागरिकों से अपील की कि बाढ़ की स्थिति में जोखिम न लें और प्रशासनिक निर्देशों का पालन करें।

इस अवसर पर अपर कलेक्टर प्रकाश भारद्वाज, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ज्योति सिंह, डीएसपी कौशिल्या साहू, एसडीओपी विनय कुमार, रक्षित निरीक्षक प्रवीण खलखो, आपदा प्रबंधन बल के अखिलेश पाराशर, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी सहित अन्य अधिकारी-कर्मचारी भी मौजूद थे।

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