नयी दिल्ली , नवंबर 03 -- कार्मिक लोक शिकायत और पेंशन राज्य मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने राष्ट्रव्यापी डिजिटल जीवन प्रमाण पत्र (डीएलसी) चौथे चरण अभियान के तहत सोमवार को यहां एनडीएमसी कन्वेंशन हॉल में भारतीय स्टेट बैंक द्वारा आयोजित मेगा पेंशनभोगियों के शिविर का उद्घाटन किया। इस मेगा कैंप के दौरान 500 से अधिक डिजिटल जीवन प्रमाणपत्र बनाए गये।

इस अवसर पर केंद्रीय मंत्री ने अपने संबोधन में जीवन प्रमाण पत्र जमा करने के डिजिटल उपाय आरंभ करने की सरकार की पहल की जानकारी देते हुये कहा कि इससे पेंशनभोगियों के जीवन में सुगमता आयी है और यह बुजुर्ग/बीमार पेंशनभोगियों के लिए बेहद उपयोगी साबित हो रहा है।

श्री सिंह ने कुछ पेंशनभोगियों के डिजिटल जीवन प्रमाण पत्र बनाने में चेहरे से प्रमाणीकरण प्रणाली का उपयोग किया। उन्होंने डिजिटल माध्यमों से जीवन प्रमाण पत्र जमा कराने की सुविधा, विशेष रूप से चेहरे से प्रमाणीकरण तकनीक का उल्लेख किया, जो 'कभी भी, कहीं भी' जीवन प्रमाण पत्र बनाने में सक्षम बनाती है। ऐसे डीएलसी का निर्माण शीघ्रता और सुविधापूर्वक किया जा सकता है।

श्री सिंह ने कहा कि इससे पेंशनभोगियों द्वारा डीएलसी जमा करना आसान हो गया है और यह विशेष रूप से बुजुर्ग/बीमार पेंशनभोगियों के लिए उपयोगी है, जिन्हें किसी बैंक या पेंशन वितरण प्राधिकरण के पास जाने की आवश्यकता नहीं पड़ती।

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