जालौन, सितंबर 28 -- उत्तर प्रदेश के जनपद जालौन में बहुचर्चित जमीन फर्जीवाड़े के मामले में प्रशासन ने कालपी के कोतवाल परमहंस तिवारी और कालपी थाना के पूर्व अतिरिक्त प्रभारी एवं वर्तमान में झांसी में तैनात निरीक्षक मुहम्मद अशरफ को निलंबित कर दिया गया है।
पुलिस अधीक्षक डॉ. दुर्गेश कुमार ने रविवार को बताया कि जांच में दोनों अधिकारियों की गंभीर लापरवाही सामने आई थी। मामला 28 अगस्त 2023 का है, जब कालपी तहसील के छौंक गांव में फर्जी आधार कार्ड बनवाकर जमीन का बैनामा करा दिया गया था। असल जमीन विद्यावती पत्नी रघुवीर सिंह यादव के नाम दर्ज थी, लेकिन आरोपियों ने छिद्दन पत्नी रघुवीर सिंह को विद्यावती बनाकर दो करोड़ 17 लाख रुपये की कीमत पर जमीन बेच डाली।
पुलिस ने अब तक इस प्रकरण में 26 लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेजा है। आरोपियों के पास से 17 लाख 80 हजार रुपये नकद और डेढ़ लाख रुपये की चेन बरामद हुई थी। गिरफ्तार आरोपियों में संदीप, नमन, महेंद्र सिंह, शैलेंद्र सिंह, मनीष, जगमोहन, जितेंद्र, सचिन, आशीष सिंह, अनमोल, आशुतोष और प्रशांत शामिल हैं।
इस मामले में उरई निवासी धर्मेंद्र सक्सेना का नाम भी सामने आया था, जिसे हाल ही में कोलकाता से गिरफ्तार किया गया। वह अंडमान-निकोबार की आईडी पर करीब 38 हजार फर्जी आधार कार्ड बनाने के मामले में पकड़ा गया था। पूरे मामले में पुलिस की भूमिका पर सवाल उठने के बाद अब शासन ने सख्ती दिखाते हुए यह बड़ी कार्रवाई की है।
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