टोक्यो/बीजिंग , नवंबर 18 -- जापान ने चीन से बढ़ते द्विपक्षीय तनाव के बीच अपने विदेश मंत्रालय के एक शीर्ष अधिकारी को चीन भेजा है जिससे तनाव को कम किया जा सके। यह कदम टोक्यो और बीजिंग के बीच राजनीतिक मतभेद के बाद उठाया गया है जिसके बाद दोनों एशियाई शक्तियों के बीच संक्षिप्त सैन्य एवं कूटनीतिक टकराव शुरू हो गई थी।
जापानी मीडिया ने सोमवार को कहा कि जापानी विदेश मंत्रालय के एशियाई एवं महासागरीय मामलों के ब्यूरो के महानिदेशक मासाकी कनाई के चीनी विदेश मंत्रालय के एशियाई मामलों के विभाग के प्रमुख लियू जिनसोंग से मिलने की उम्मीद है। यह यात्रा ऐसे समय में हो रही है जब दोनों देश कुछ समय के लिए सैन्य-कूटनीतिक झड़पों में उलझे हुए थे।
इसमें ताइवान के निकटवर्ती द्वीप के पास एक संदिग्ध चीनी ड्रोन देखे जाने के बाद जापान द्वारा अपने योनागुनी द्वीप के पास लड़ाकू जेट विमानों की तैनाती, जापान के सेनकाकू द्वीप के आसपास चीनी तटरक्षक एवं नौसेना के जहाजों द्वारा लगातार घुसपैठ तथा जापान में एक चीनी राजनयिक द्वारा प्रधानमंत्री सेने ताकाइची का परोक्ष संदर्भ देते हुए उन्हें हिंसक धमकी देना शामिल है जिससे दोनों देशों के बीच एक बड़ा कूटनीतिक विवाद शुरू हो गया।
श्री कनाई की यात्रा पर टिप्पणी करने से इनकार करते हुए, मुख्य कैबिनेट सचिव मिनोरू किहारा ने चीन पर निशाना साधते हुए दोहराया कि बीजिंग की हालिया कार्रवाइयाँ पिछले महीने के अंत में राष्ट्रपति शी जिनपिंग के साथ सुश्री ताकाइची की बैठक में हुए समझौतों की भावना के विपरीत हैं। उन्होंने कहा कि ये घोषणाएं एक स्थिर एवं रचनात्मक संबंध स्थापित करने के लिए असंगत हैं।
हाल ही में चीन-जापान संबंधों में काफी तनाव देखा गया, जब प्रधानमंत्री ताकाइची ने इस हफ़्ते की शुरुआत में सांसदों से कहा कि ताइवान पर चीन के किसी भी काल्पनिक हमले से जापान की ओर से सैन्य कार्रवाई शुरू की जाएगी। इस टिप्पणी से बीजिंग में भारी हंगामा हुआ जिसके जवाब में उसने अपनी समुद्री गश्त और भड़काऊ राजनीतिक बयानबाज़ी तेज़ कर दी।
यह राजनयिक मिशन संभावित द्विपक्षीय संपर्कों के लिए प्रस्तावना के रूप में कार्य कर सकता है, क्योंकि प्रधानमंत्री ताकाइची और चीनी प्रधानमंत्री ली कियांग दोनों के इस सप्ताह के अंत में दक्षिण अफ्रीका में आयोजित होने वाले जी-20 शिखर सम्मेलन में शामिल होने उम्मीद है, जहां वे सीधे उच्च स्तरीय वार्ता में शामिल होकर तनाव में कमी ला सकते हैं।
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