टोक्यो , नवंबर 29 -- जापान की प्रधानमंत्री साने ताकाइची के ताइवान पर दिए गए बयान के जवाब में जापानी लोगों ने टोक्यो में उनके आवास के समक्ष बड़े पैमाने पर विरोध-प्रदर्शन किया। उन्होंने ताकाइची से अपने बयान वापस लेने की मांग की।
सुश्री ताकाइची के बयान को लेकर गत 21 और 25 नवंबर को हुए विरोध-प्रदर्शनों के बाद सैकड़ों लोग एक बार फिर प्रधानमंत्री के सरकारी घर के सामने जमा हुए। प्रदर्शनकारियों ने 'ताकाइची इस्तीफा दें' और 'इतिहास को कभी न भूलें, वही गलतियां कभी न दोहराएं' लिखे हुए पोस्टर पकड़े हुए थे। उन्होंने जापानी प्रधानमंत्री से ताइवान पर अपने बयान वापस लेने की मांग की।
प्रदर्शनकारी तोमोको ने शिन्हुआ को बताया, "अभी जापान और चीन के बीच रिश्ते ठंडे हैं। आप इसे किसी भी तरह से देखें, यह सब ताकाइची के बयानों की वजह से है।" प्रदर्शनकारी सकामाकी ने कहा कि जापान-चीन के रिश्ते खराब हो रहे हैं और ताकाइची को अपनी गलत बातें वापस ले लेनी चाहिए ताकि हालात और खराब न हों। एक और प्रदर्शनकारी रियो के हाथ में एक कार्टून था जिसमें ताकाइची को 'सेना के भूत' से हाथ मिलाते हुए दिखाया गया था। उन्होंने गहरी चिंता जताई कि जापान को कहीं सैन्य ताकत नहीं बना दिया जाए।
उल्लेखनीय है कि सुश्री ताकाइची ने 7 नवंबर को जापान की संसद डाइट में दावा किया कि चीन का 'ताइवान पर ताकत का इस्तेमाल' जापान के 'अस्तित्व के लिए खतरा' वाली स्थिति पैदा कर सकता है। उन्होंने ताइवान में हथियारबंद दखल की संभावना का इशारा किया, जिसकी तुरंत देश में कड़ी आलोचना हुई। सुश्री ताकाइची ने हालांकि कोई पछतावा नहीं दिखाया। उन्होंने अपनी गलत बातें वापस लेने से इनकार कर दिया और पार्टी नेताओं की बहसों में भी अपना बचाव करती रहीं।
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