जशपुर , दिसंबर 04 -- छत्तीसगढ के जशपुर जिले के बढ़नी झरिया जंगल में जंगली सूअर को मारने के लिए बिछाई गई खुली बिजली की तार के चपेट में आने से एक ग्रामीण की मौत हो गई है। पुलिस ने इस मामले में कार्रवाई करते हुए चार आरोपियों को गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया है, जबकि एक आरोपी अब भी फरार है।

गुरुवार को पुलिस अधीक्षक कार्यालय से मिली जानकारी के मुताबिक, दशरथ यादव (55) दो दिसंबर को अपने अस्थायी गोठान में भैंसों की देखरेख के लिए जंगल गए थे। परिजनों ने बताया कि वह प्रतिदिन तड़के लौट आते थे लेकिन अगले दिन सुबह वापस न आने पर उनके पुत्र इन्द्रनाथ यादव ने तलाश शुरू की। जंगल के रास्ते पर ही उन्हें पिता का शव जमीन पर पड़ा मिला, जिसके पैर में पतली बाइंडिंग तार चिपकी थी और उसमें करंट प्रवाहित हो रहा था।

घटना की सूचना पर दोकड़ा चौकी पुलिस मौके पर पहुंची, जांच में पाया गया कि 11 हजार किलोवॉट के बिजली खंभे से वाइंडिंग तार जोड़कर हाई वोल्टेज करंट को जमीन में बिछाया गया था। आरोपियों ने कुछ दिन पहले ग्रामीणों को बताया भी था कि वे जंगली सूअर पकड़ने के लिए करंट बिछाने वाले हैं लेकिन उन्होंने ऐसा रास्ते में कर दिया, जिससे यह हादसा हुआ। पुलिस ने घटनास्थल से 128 मीटर विद्युत तार जब्त की और शव का पोस्टमार्टम कराया।

चौकी दोकड़ा पुलिस ने इस मामले में नेहरू राम (35), अशोक पैंकरा (34), सदानंद चौहान (34) और जगदीश कुजूर (38) को गिरफ्तार कर भारतीय न्याय संहिता की धारा 105 के तहत अपराध दर्ज करते हुए जेल भेजा है। एक आरोपी फरार है, जिसकी तलाश जारी है।

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक शशि मोहन सिंह ने कहा, "खुले बिजली करंट तार की वजह से एक व्यक्ति की दुखद मृत्यु हुई है। चार आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है, फरार आरोपी को भी जल्द गिरफ्तार किया जाएगा।"आरोपियों को गिरफ्तार करने के मामले में पुलिस टीम में चौकी प्रभारी उपनिरीक्षक अशोक कुमार यादव सहित संजय नागवंशी, कृपा सिंधु तिग्गा, सुरेन्द्र यादव, जयप्रताप एक्का और राजकुमार मनहर की महत्वपूर्ण भूमिका रही।

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