रायपुर , अक्टूबर 31 -- छत्तीसगढ़ के उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा ने शुक्रवार को कहा कि राज्य पुलिस के जवानों एवं केन्द्रीय सुरक्षा बल के सैंकड़ों जवानों ने 'नक्सलवाद' के लाल आतंक को समाप्त करने अपने प्राणों की परवाह किये बिना लोकतंत्र की रक्षा के लिए अपना सर्वाेच्च बलिदान दिया है। राष्ट्रहित में उनका यह बलिदान सदैव देश और राज्य के स्मृति में अमर रहेगा।
श्री शर्मा ने आज कहा कि आजादी के वर्षों बाद भी देश के कुछ भागों में हमारे सुरक्षाबलों के जवान आतंकवाद एवं नक्सलवाद का सामना करते हुए देश की एकता-अखण्डता एवं प्रदेश तथा देशवासियों की सुरक्षा के लिए अदम्य साहस, वीरता एवं निष्ठा के साथ अपने दायित्वों का निर्वहन कर रहे हैं। छत्तीसगढ़ राज्य भी लगभग चार दशकों से नक्सलवाद के दंश को झेलता आ रहा है।
उन्होंने कहा कि वर्तमान में हम नक्सल मुक्त भारत, नक्सल मुक्त छत्तीसगढ़ के राह में चल पड़े हैं विगत दो वर्षों में जवानों ने जो अदम्य साहस और वीरता का परिचय दिया है। उसकी चर्चा और परिणाम हम सब देख पा रहे है, अब यह सुनिश्चित हो चुका है कि जवानों की भुजाओं की ताकत से बस्तर पूर्ण रूप से लाल आतंक से मुक्त होगा एवं बस्तर के कोने-कोने में लोकतंत्र और संविधान लागू होगा। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ पुलिस को राष्ट्रपति कलर्स अवार्ड प्राप्त हुआ है, वह हमारे वीर जवानों के पराक्रम एवं गौरव का परिणाम है, जिससे राज्य का मान एवं पुलिस जवानों का आत्म विश्वास बढ़ा है।
श्री शर्मा लौह पुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल की 150 वीं जयंती पर छत्तीसगढ़ सशस्त्र बल के 4 थीं वाहिनी में आयोजित राष्ट्रीय एकता दिवस परेड समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए। इस अवसर पर गृहमंत्री शर्मा ने सभी को एकता दिवस की शपथ भी दिलाई एवं मार्च पास्ट का अवलोकन करने के साथ परेड की सलामी ली।
श्री शर्मा ने कहा कि भारत के स्वतंत्रता आंदोलन में भारत के प्रथम उप प्रधानमंत्री सरदार वल्लभ भाई पटेल का योगदान अतुलनीय था। सरदार वल्लभ भाई पटेल ने पूरे देश को एकता के सूत्र में बांधते हुए अखंड भारत को मूर्त रूप दिया, उनकी दृढ़ इच्छा शक्ति, कुशल नेतृत्व क्षमता के कारण देशी रियासतों का भारतीय संघ में विलय हुआ। बिखरे भारत में राजनैतिक एकीकरण में साहसिक भूमिका निभाने के लिये पटेल को लौह पुरूष कहा जाता है। भारत जैसे विविधतापूर्ण देश में, यहां के लोगों के बीच एकता अत्यंत महत्वपूर्ण है। ऐसे समय में जब देश कई रियासतों में विभाजित था, तब सरदार वल्लभ भाई पटेल ने उसे एकजुट किया। राष्ट्रीय एकता दिवस देश को एकजुट करने के लिए इनके संघर्षों और बलिदानों की याद दिलाता है।
उन्होंने इस अवसर पर नक्सली घटनाओं में शहीद हुए लोगों की याद में लगाई गई छायाचित्र प्रदर्शनी का अवलोकन किया। जहां अब तक हुए नक्सली हमलों में शहीद हुए जवानों के छायाचित्रों को देखकर सभी को श्रद्धांजलि अर्पित की। इस प्रदर्शनी में पुलिस की नक्सल ऑपरेशन में कार्यप्रणाली एवं कल्याणकारी कार्यों को भी प्रदर्शित किया गया है।
श्री शर्मा ने 4 थीं वाहिनी द्वारा लगाए गए राज्य स्तरीय शस्त्र प्रदर्शनी का भी अवलोकन किया। जिसमें एलएमजी, यूबीएलजी, असाल्ट रायफल, एसएलआर, जेवीपीसी, एके 47, टियर गन, एक्शन गन आदि का प्रदर्शन किया गया था। इस दौरान उन्होंने भारत में निर्मित हथियारों पर उत्साह प्रदर्शित किया और अधिकारियों से चर्चा में कहा कि देश में निर्मित ये अत्याधुनिक हथियार प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की दूरदर्शिता का परिणाम हैं ये आत्मनिर्भर भारत की ओर हमारे बढ़ते कदम हैं।
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