बीजापुर , नवम्बर 17 -- छत्तीसगढ में बीजापुर की ग्राम पंचायत संतोषपुर में नल-जल योजना के तहत लगाए गए सोलर ट्यूबवेल का पंप पिछले 25 दिनों से खराब पड़ा है, जिसके कारण ग्रामीण गंभीर जलसंकट झेल रहे हैं। गांव के लगभग 30 घरों में पेयजल आपूर्ति पूरी तरह बंद है, जिससे लोगों का दैनिक जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है।
ग्रामीणों के अनुसार, सोलर पंप खराब होने की शिकायत कई बार की गई। विभागीय कर्मचारी पंप को निकालकर ले गए थे, लेकिन मरम्मत के बाद उसे अब तक गांव में नहीं लगाया गया। पानी के अभाव में लोगों को सुबह खेतों में धान कटाई के लिए जाने से पहले नहाने-धोने से लेकर रोजमर्रा के कामों में बेहद कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है।
स्थिति और भी गंभीर इसलिए है क्योंकि गांव में मौजूद एकमात्र बोरिंग भी कई दिनों से बंद पड़ा है। ग्रामीणों का कहना है कि इस बोरिंग को ठीक करवाने कोई अधिकारी अब तक नहीं पहुंचा।
पीएचई विभाग के ईई एस.आर. नेताम ने बताया कि जल संकट की सूचना उन्हें प्राप्त हुई है और सुधारकार्य की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। उन्होंने स्पष्ट किया कि सोलर ट्यूबवेल की मरम्मत क्रेडा विभाग की जिम्मेदारी है।
वहीं, क्रेडा के प्रभारी अधिकारी बंजारे से फोन पर संपर्क करने पर उन्होंने बताया कि वे फिलहाल एक पारिवारिक कार्यक्रम में व्यस्त हैं और संतोषपुर की समस्या की उन्हें जानकारी नहीं है। उन्होंने कहा कि मामले की जानकारी लेकर आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।
ग्रामीणों ने क्रेडा विभाग से जल्द से जल्द पंप की मरम्मत कर पेयजल आपूर्ति बहाल करने की मांग की है। उनका कहना है कि बुनियादी सुविधाओं के लिए उन्हें इतने लंबे समय तक परेशान रखना बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है।
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