जयपुर , अक्टूबर 26 -- राजस्थान में जल जीवन अभियान से राज्य में 'हर घर नल से जल' का सपना साकार हो रहा है।
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के नेतृत्व में राज्य सरकार राज्य के गांव-ढाणी तक स्वच्छ पेयजल पहुंचाने के लिए प्रतिबद्धता के साथ कार्य कर रही है।
आधिकारिक सूत्रों ने रविवार को बताया कि राज्य सरकार के अब तक के कार्यकाल में जल जीवन अभियान के तहत सात हजार 500 गांवों के 13 लाख 10 हजार घरों को नल के माध्यम से शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराया गया है। इस पर करीब 10 हजार करोड़ रूपये की लागत आई है।
उल्लेखनीय है कि वर्ष 2019 में देश के ग्रामीण क्षेत्रों में नल से जल पहुंचाने के उद्देश्य से यह योजना प्रारंभ की गई थी। केन्द्र एवं राज्य सरकार की संयुक्त भागीदारी से संचालित यह योजना राजस्थान में औसतन कम बारिश और गिरते भू-जल स्तर को देखते हुए प्रदेशवासियों के लिए वरदान साबित हो रही है।
सूत्रों ने बताया कि हर ग्रामीण परिवार को नल से जल की सुविधा उपलब्ध कराने के उद्देश्य से इस योजना पर तेजी से कार्य किया जा रहा है। अब तक राज्य में जल जीवन अभियान के तहत 49 लाख 70 हजार नल कनेक्शन जारी करके करीब 61 लाख 44 हजार ग्रामीण परिवारों को नल से शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराया जा चुका है।
राज्य में जल जीवन अभियान के तहत स्वीकृत 92 लाख हजार लाख नल कनेक्शनों के लक्ष्य को हासिल करने की दिशा में कुल 78 लाख 12 हजार नल कनेक्शनों के कार्यादेश जारी कर दिये गये हैं। शेष 13 लाख 99 हजार नल कनेक्शनों के कार्यादेश शीघ्र जारी कर दिए जाएंगे।
सूत्रों ने बताया कि राजस्थान में जल जीवन अभियान सिर्फ एक योजना नहीं है, बल्कि एक सामाजिक बदलाव का प्रयास है। यह राज्य के उन लाखों लोगों के लिए उम्मीद की किरण है, जो दशकों से पानी की कमी से जूझ रहे हैं। इस अभियान के सफल कार्यान्वयन से न केवल पानी की समस्या का समाधान होगा, बल्कि यह ग्रामीण राजस्थान की आर्थिक और सामाजिक प्रगति का मार्ग भी प्रशस्त करेगा।
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