शिमला , अक्टूबर 13 -- हिमाचल प्रदेश सरकार ने हिमालय के सुदूर इलाकों में रहने वाले जरूरतमंद लोगों को चश्मा दिलाने के लिए रेडबस के साथ विजनस्प्रिंग के मिशन में सहयोग की घोषणा की है।

विजनस्प्रिंग फाउंडेशन का लक्ष्य देश में 55 करोड़ ऐसे लोगों को चश्मा दिलाना है जिनकी नजर कमजोर है, लेकिन वे चश्मा न खरीद पाने की वजह से साफ देखने से वंचित रह जाते हैं। इसका नुकसान उन्हें अपने काम और रोजमर्रा की जिंदगी में उठाना पड़ता है जिससे कामकाजी लोगों को आर्थिक और छात्रों को शैक्षणिक हानि होती है।

हिमाचल प्रदेश में ऐसे 30 लाख लोगों की आंखों की जांच करने और जरूरी होने पर चश्मा उपलब्ध कराने का लक्ष्य रखा गया है। यह अभियान 09 अक्टूबर को शुरू हुआ था और 18 अक्टूबर तक चलेगा। इसमें दुनिया के विभिन्न देशों से विजनस्प्रिंग फाउंडेशन की टीम, सरकारी अधिकारी, आंखों के विशेषज्ञ और स्कूली छात्र हिस्सा लेंगे। वे शिमला और किन्नौर जिलों के सुदूर इलाकों में ट्रेकिंग करते हुए जायेंगे और आंखों की जांच करेंगे। सीमा पर स्थित भारत के पहले गांव चितकुल को भी इसमें शामिल किया गया है।

विजनस्प्रिंग फाउंडेशन की स्थापना जॉर्डन कैसलो ने की थी। करीब ढाई दशक पहले हिमालय में ट्रेकिंग के दौरान उन्हें लोगों को चश्मा प्रदान कर उनका जीवन बेहतर बनाने की प्रेरणा मिली थी। उन्होंने कहा कि विजनस्प्रिंग के मिशन के पीछे एक यह विचार है कि सबको स्पष्ट देखने का हक है, चाहे वे कहीं भी रहते हों।

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