धार , अक्टूबर 11 -- मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने शनिवार को धार में आयोजित जय ओंकार भिलाला समाज के प्रांतीय सम्मेलन को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि भिलाला समाज एक साहसी और संस्कारित समाज है, जिसने मां नर्मदा के आशीर्वाद से नशामुक्ति और मृत्युभोज जैसी सामाजिक कुरीतियों को समाप्त करने का संकल्प लिया है।
इस दौरान मुख्यमंत्री ने दीप प्रज्ज्वलन कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। वही समाज द्वारा युवक-युवती वैवाहिक परिचय सम्मेलन, रोजगार पंजीयन, स्वास्थ्य परीक्षण, नशामुक्ति जागरूकता और कैरियर मार्गदर्शन शिविर आयोजित किए गए। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने पीथमपुर थाना (बगदून) के नवनिर्मित भवन का लोकार्पण भी किया।
सम्मेलन के दौरान मुख्यमंत्री ने आदिवासी नृतक दल के साथ तीर-कमान लेकर थाली बजाई और आदिवासी संस्कृति का उत्सव मनाया।
कार्यक्रम में केंद्रीय राज्य मंत्री सावित्री ठाकुर, अनुसूचित जाति कल्याण मंत्री नागर सिंह चौहान, सांसद गजेंद्र पटेल, विधायक कालूसिंह ठाकुर सहित अनेक जनप्रतिनिधि उपस्थित रहे।
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि नशा नाश की जड़ है, जो कई पीढ़ियों को बर्बाद कर देता है। समाज की कुरीतियों को खत्म करने का प्रयास एक सामाजिक क्रांति का संकेत है। जनजातीय वर्ग का समग्र कल्याण राज्य सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। हमारी कोशिश है कि जनजातीय वर्ग का कोई भी व्यक्ति शासन की योजनाओं के लाभ से वंचित न रहे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने धार जिले की भिलाला समाज की महिला नेत्री को केंद्रीय मंत्रिमंडल में स्थान देकर समाज का गौरव बढ़ाया है। राज्य सरकार जनजातीय नायकों क्रांतिसूर्य टंट्या मामा, महाराजा शंकर शाह और कुंवर रघुनाथ शाह की परंपराओं को सम्मान दे रही है।
उन्होंने कहा कि सरकार का लक्ष्य प्रत्येक समाज को आर्थिक रूप से सशक्त और आत्मनिर्भर बनाना है। खेती, पशुपालन, मत्स्य पालन और उद्योग के क्षेत्र में तेज़ी से विकास हो रहा है।
इस अवसर पर सांसद गजेंद्र पटेल ने कहा कि राज्य सरकार ने वक्फ संशोधन अधिनियम के बाद जनजातीय समाज की भूमि को सुरक्षित किया है। भिलाला समाज ने इस निर्णय के लिए सरकार के प्रति आभार जताया है। कार्यक्रम में समाज के हजारों लोग, पूर्व सांसद छतर सिंह दरबार, जनप्रतिनिधि और संगठन पदाधिकारी बड़ी संख्या में उपस्थित थे।
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