जयपुर, अक्टूबर 19 -- राजस्थान में राजस्थान पुलिस द्वारा नवीन आपराधिक कानून के एक वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य में आयोजित 'नव विधान: न्याय की नई पहचान' प्रदर्शनी का 21 अक्टूबर को अंतिम दिन होगा।

पुलिस विभाग के आधिकारिक सूत्रों ने रविवार को बताया कि सीतापुरा स्थित जयपुर प्रदर्शनी एवं सम्मेलन केंद्र (जेईसीसी) के परिसर में चल रही इस हाई-टेक प्रदर्शनी ने एक सप्ताह में हजारों आगंतुकों को आकर्षित किया है। पुलिस महानिदेशक सहित सहित कई शीर्ष अधिकारियों ने भी प्रदर्शनी का मुआयना किया।

सूत्रों ने बताया कि रविवार को अवकाश के बावजूद बड़ी संख्या में लोगों ने प्रदर्शनी का लुत्फ उठाया। इस दौरान पुलिस विभाग के कई शीर्ष अधिकारियों ने अपने परिजनों के साथ प्रदर्शनी का अवलोकन किया।

पुलिस महानिदेशक राजीव कुमार शर्मा ने सपरिवार प्रदर्शनी का गहराई से मुआयना किया और विभिन्न क्षेत्र में चल रहे डेमो और तकनीक-आधारित प्रस्तुतियों में गहरी रुचि दिखाई। उनके साथ पूर्व पुलिस महानिदेशक उमेश मिश्रा, ओमप्रकाश गल्होत्रा एवं अतिरिक्त महानिदेशक पुलिस एवं आरपीए डायरेक्टर एस. सेंगाथिर भी मौजूद रहे।

प्रदर्शनी में बच्चों, युवाओं और परिवारों के साथ-साथ विद्यार्थियों ने नए आपराधिक कानूनों को समझने और पुलिस की आधुनिक कार्यशैली को करीब से देखने में गहरी रुचि दिखाई।

गौरतलब है कि गत 13 अक्टूबर को केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह द्वारा उद्घाटित यह प्रदर्शनी, भारत की आपराधिक न्याय प्रणाली में आए नवीन कानूनों के क्रांतिकारी बदलावों को आमजन तक पहुंचाने का माध्यम बनी है।

इस अवसर पर राजस्थान पुलिस के महानिदेशक राजीव शर्मा ने आमजन से आह्वान किया है कि जो अब तक नहीं पहुँचे हैं, वे इस अंतिम दिन प्रदर्शनी का हिस्सा ज़रूर बनें, क्योंकि यह केवल कानून देखने का नहीं, बल्कि "न्याय के नए भारत" को समझने का मौका है।

उन्होंने बताया कि प्रदर्शनी का उद्देश्य नागरिकों को यह दिखाना है कि नया कानून सिर्फ दंड नहीं, बल्कि न्याय, संवेदना और सुरक्षा की नई सोच लेकर आया है।

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