अलवर , अक्टूबर 07 -- राजस्थान में सार्वजनिक निर्माण विभाग के अधिकारियों के दल ने जयपुर के सवाई मानसिंह अस्पताल के ट्रॉमा सेंटर में हुए हादसे के बाद अलवर के राजीव गांधी सामान्य चिकित्सालय, महिला और शिशु चिकित्सालय का मंगलवार को जायजा लिया।
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि दल ने अलवर के अस्पताल में देखा कि दमकल विभाग से अब तक तीनों अस्पतालों में अग्नि अनापत्ति पत्र नहीं लिया गया है।
अलवर के सबसे बड़े राजीव गांधी सामान्य चिकित्सालय में फायर सुरक्षा प्रणाली पूरी तरह लचर पाई गयी है। अलवर के राजीव गांधी सामान्य चिकित्सालय में अलवर जिला, खैरथल जिला भरतपुर जिले, डीग जिले एवं हरियाणा के कुछ हिस्से से मरीज आते हैं और इस वक्त मरीजों की संख्या भी काफी संख्या में चल रही है ऐसे में इंडोर प्रणाली पूरी तरह लचर अवस्था में है। राजीव गांधी सामान्य चिकित्सालय की मुख्य इमारत, जनाना अस्पताल, शिशु रोग अस्पताल के भवनों में अग्नि प्रणाली खराब है। आपातकाल स्थिति से निपटने के लिए यहां व्यवस्था पूरी तरह पुख्ता नहीं है।
यहां तकनीकी कर्मचारियों की काफी कमी है। फायर उपकरणों के संचालन के लिए मात्र एक कर्मचारी नियुक्त किया हुआ है जो भी संविदा पर लगा हुआ है सबसे गंभीर बात तो यह है कि यह अकेला कर्मचारी तीनों विंग (तीनों अस्पतालों ) की अग्नि प्रणाली को देखता है ।
राजीव गांधी सामान्य चिकित्सालय के प्रमुख चिकित्सा अधिकारी सुनील चौहान ने कहा कि यहां के सभी प्रणालियां दुरुस्त की जा रही हैं। सार्वजनिक निर्माण विभाग के अधिकारी आज मौके पर पहुंचे हैं और जो भी कमियां हैं उनको दुरुस्त किया जा रहा है। एक अग्नि प्रणाली में बैटरी की प्रॉब्लम थी उसको सही कर दिया गया है।
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