श्रीनगर , अक्टूबर 28 -- जम्मू-कश्मीर विधानसभा के तीसरे दिन मंगलवार को उस समय भारी हंगामा हुआ जब भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) विधायकों ने सत्र की शुरुआत में ही जम्मू के बाढ़ प्रभावित इलाकों के मुद्दे पर तत्काल चर्चा की मांग की। विपक्षी दल भाजपा के सदस्यों ने सदन के अंदर नारेबाजी करते हुए कहा कि सरकार ने हाल ही में हुई बारिश और विनाशकारी बाढ़ से प्रभावित लोगों की समस्याओं की अनदेखी की है और उनके लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाए हैं।

सदन में बढ़ते हंगामे के बीच विधानसभा अध्यक्ष अब्दुल रहीम राठेर अपनी सीट से उठे और सदस्यों को संबोधित करते हुए कहा कि इस मुद्दे पर बुधवार को विस्तृत और तार्किक चर्चा होगी ताकि सभी सदस्यों को अपनी बात रखने का पूरा अवसर मिले। अध्यक्ष ने अपील की कि सदन की कार्यवाही शांतिपूर्ण और गरिमापूर्ण तरीके से चले क्योंकि जन मुद्दों पर चर्चा के लिए अनुशासन आवश्यक है।

श्री राठेर के आश्वासन के बाद भाजपा सदस्य संतुष्ट होकर अपनी सीटों पर बैठ गए और सदन की कार्यवाही पुनः शुरू हुई।

भाजपा सदस्यों ने कहा कि जम्मू क्षेत्र में हाल ही में आई बाढ़ ने सैकड़ों घरों, फसलों और बुनियादी ढाँचे को नुकसान पहुँचा है और पीड़ित अभी भी सहायता की प्रतीक्षा कर रहे हैं। उन्होंने मांग की कि सरकार पीड़ितों के पुनर्वास के लिए एक विशेष राहत पैकेज स्वीकृत करे और तत्काल मुआवज़ा सुनिश्चित करे।

भाजपा सदस्यों ने कहा कि बाढ़ से सबसे ज्यादा नुकसान जम्मू के निचले इलाकों में हुआ है, जहां कई गांव जलमग्न हो गए हैं लेकिन प्रशासन द्वारा राहत कार्यों की गति निराशाजनक है।

सदन में थोड़ी देर के हंगामे के बावजूद, अध्यक्ष के हस्तक्षेप के बाद माहौल सामान्य हो गया और विधायी कार्यवाही फिर से शुरू हो गई। विश्लेषकों के अनुसार, यह मुद्दा कल विधानसभा के एजेंडे में मुख्य विषय रहेगा।

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