श्रीनगर , अक्टूबर 23 -- पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) के नेता वहीद पारा की ओर से जम्मू-कश्मीर वक्फ बोर्ड की बहाली और उसके प्रबंधन की जिम्मेदारी मुत्तहिद-ए-मजलिस-ए-उलेमा (एमएमयू) को सौंपने की मांग वाला प्रस्ताव विधानसभा में मतदान के दौरान नामंजूर हो गया।

श्री पारा ने एक्स पर लिखकर इस विषय में जानकारी देते हुए कहा कि पीडीपी विधानसभा अध्यक्ष अब्दुल रहीम राथर से औपचारिक रूप से आग्रह करेगी कि वे अपने विवेक का इस्तेमाल करते हुए इस प्रस्ताव को विधायी कार्य में शामिल करें। उन्होंने कहा कि यह एक संवेदनशील, आस्था से जुड़ा मुद्दा है जिस पर बहस होनी चाहिए और इसे स्थानीय धार्मिक नेतृत्व के पास वापस भेजा जाना चाहिए।

इससे पहले, जम्मू-कश्मीर विधानसभा अध्यक्ष ने श्री पारा द्वारा पेश किए गए दो निजी प्रस्तावों को स्वीकार कर लिया था, जिनमें से एक में वक्फ बोर्ड की बहाली और कश्मीर के प्रमुख धर्मगुरु मीरवाइज उमर फारूक के नेतृत्व वाले धार्मिक समूह एमएमयू द्वारा इसके प्रबंधन की मांग की गई थी।

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