श्रीनगर , नवंबर 12 -- जम्मू-कश्मीर पुलिस की राज्य जांच एजेंसी (एसआईए) पिछले महीने श्रीनगर के नौगाम में सुरक्षा बलों को धमकी देने वाले जैश-ए-मोहम्मद (जेईएम) के पोस्टरों की जांच करेगी। इस मामले में पहले ही जैश-ए-मोहम्मद और अंसार गजवत-उल-हिंद (एजीयूएच) से जुड़े एक बड़े अंतरराज्यीय आतंकी नेटवर्क का खुलासा हो चुका है।
पुलिस अधिकारियों ने बुधवार को कहा कि अब तक की जांच में तीन डॉक्टरों सहित आठ लोगों को गिरफ्तार किया गया है और हरियाणा के फरीदाबाद से लगभग 3,000 किलोग्राम इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (आईईडी) निर्माण सामग्री बरामद की गयी है।
अधिकारियों को संदेह है कि हाल ही में नयी दिल्ली के लाल किले के बाहर हुए कार विस्फोट में यह अंतरराज्यीय आतंकी मॉड्यूल शामिल हो सकता है।
उल्लेखनीय है कि 19 अक्टूबर को केंद्र शासित प्रदेश के बनपोरा, नौगाम में विभिन्न स्थानों पर जैश-ए-मोहम्मद के कई पोस्टर चिपकाए गए थे, जिनमें पुलिस कर्मियों और अन्य सुरक्षा बलों को धमकी दी गयी और उन्हें डराया गया था। इसके बाद, नौगाम पुलिस स्टेशन में गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम (यूएपीए) की विभिन्न धाराओं, भारतीय न्याय संहिता की विभिन्न धाराओं. विस्फोटक पदार्थ अधिनियम की धारा 4 और 5, और शस्त्र अधिनियम की धारा 7, 25 और 27 के अंतर्गत एक प्राथमिकी दर्ज की गई।
पुलिस ने कहा कि मामले की जांच से एक जटिल सफेदपोश आतंकवादी पारिस्थितिकी तंत्र का पता चला, जिसमें कट्टरपंथी पेशेवर और छात्र शामिल थे जो कथित रूप से पाकिस्तान और अन्य देशों में विदेशी संचालकों के संपर्क में थे।
शीर्ष पुलिस अधिकारियों ने पुष्टि किया कि नौगाम पुलिस स्टेशन का मामला औपचारिक रूप से एसआईए को सौंप दिया जाएगा और सभी आवश्यक प्रक्रियाएं पूरी की जा रही हैं।
हिंदी हिन्दुस्तान की स्वीकृति से एचटीडीएस कॉन्टेंट सर्विसेज़ द्वारा प्रकाशित