जम्मू , नवंबर 29 -- जम्मू-कश्मीर के राजौरी जिला में प्रशासन ने सभी वर्चुअल प्राइवेट नेटवर्क (वीपीए) सेवाओं को दो महीने के लिए तुरंत बंद करने का आदेश दिया है।

प्रशासन की ओर से बताया गया है कि इसका मकसद लोगों की सुरक्षा और गैर-कानूनी कामों के लिए ऐसी सेवाओं के इस्तेमाल को रोकना है।

जिलाधिकारी अभिषेक शर्मा ने शनिवार को भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता (बीएनएसएस), 2023 की धारा 163 के तहत यह निर्देश जारी किया। यह निर्देश राजौरी के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक के एक संदेश के बाद जारी किया गया है, जिसमें जिले के अलग-अलग इलाकों में वीपीएन सेवाओं के पहले कभी नहीं हुए और संदिग्ध इस्तेमाल की रिपोर्ट की गयी थी।

आदेश में कहा गया है कि वीपीएन का इस्तेमाल आईपी एड्रेस को छिपाकर, वेबसाइट ब्लॉक और फायरवॉल को बायपास करके, और एन्क्रिप्टेड डेटा भेजकर काफ़ी संख्या में संदिग्ध इंटरनेट उपभोक्ता कर रहे हैं। ऐसी गतिविधियों का इस्तेमाल देश विरोधी मकसदों के लिए किया जा सकता है, जिसमें भड़काऊ सामग्री फैलाना, सार्वजनिक व्यवस्था को नुकसान पहुंचाने वाली गतिविधियों को समन्वित करना और साइबर-सुरक्षा के लिए खतरा पैदा करना शामिल है। कानून और व्यवस्था बनाए रखने के लिए,जिलाधिकारी ने संवेदनशील जानकारी को सुरक्षित रखने और सार्वजनिक सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए बचाव के कदम उठाना ज़रूरी समझा। राजौरी के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सीनियर सुपरिटेंडेंट ऑफ़ पुलिस को आदेश को पूरी तरह से लागू करने का निर्देश दिया गया है।

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