लखनऊ , अक्टूबर 19 -- बहुजन समाज पार्टी (बी.एस.पी.) की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में पार्टी संगठन को मज़बूत करने के लिए दिशा-निर्देश जारी किए हैं। मायावती ने विभिन्न राज्यों की इकाइयों से कहा कि वे जमीनी तैयारी तेज़ करें और सर्वसमाज में पार्टी की जनाधार बढ़ाने के लिए मिशन मोड में कार्य करें।

रविवार को प्रदेश कार्यालय पर हुई आल इंडिया की बैठक में मायावती ने कहा कि देश में बढ़ती गरीबी, बेरोजगारी, महंगाई, महिला असुरक्षा, जातिगत भेदभाव और भ्रष्टाचार ने आम जनजीवन को प्रभावित किया है। मायावती ने कहा कि सरकारों की संकीर्ण जातिवादी व राजनीतिक स्वार्थ की नीतियों से देश का स्वाभाविक विकास बाधित हुआ है। उन्होंने आगाह किया कि जब तक दलितों, पिछड़ों और अन्य बहुजन समाज के लोगों को राजनीतिक, सामाजिक और आर्थिक न्याय नहीं मिलेगा, तब तक वास्तविक समानता और स्वतंत्रता संभव नहीं।

मायावती ने कहा कि "बी.एस.पी. का लक्ष्य समाज के वंचित वर्गों को सत्ता की चाबी अपने हाथों में देकर सशक्त बनाना है। यह तभी संभव है जब वोट की शक्ति को संगठित किया जाए।" उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं से गांव-गांव, मोहल्लों और शहरों में जाकर लोगों से सीधा संवाद बढ़ाने और संगठन को जनाधार तक पहुँचाने की अपील की।

बैठक में डॉ. भीमराव अंबेडकर और मान्यवर कांशीराम के योगदान को याद करते हुए उन्होंने कहा कि बी.एस.पी. की स्थापना सामाजिक परिवर्तन और आर्थिक मुक्ति के लिए की गई थी। यही वह मार्ग है, जिससे बाबा साहेब और कांशीराम जी का सपना साकार हो सकता है। उन्होंने कहा कि "बी.एस.पी. केवल राजनीतिक दल नहीं, बल्कि एक आंदोलन है जो समाज के सभी कमजोर वर्गों के सम्मान, सुरक्षा और अधिकारों के लिए संघर्षरत है।"हरियाणा में हुई अमानवीय जातिगत घटना का ज़िक्र करते हुए मायावती ने कहा कि ऐसे मामलों पर संवैधानिक संस्थाओं और सरकारों को संवेदनशील होकर कार्रवाई करनी चाहिए। उन्होंने केंद्र और राज्य सरकारों से जातिवादी अत्याचार रोकने और न्याय व्यवस्था को मज़बूत करने की मांग की।

मायावती ने कहा कि "बी.एस.पी. का उद्देश्य बहुजन समाज के करोड़ों लोगों को गरीबी और लाचारी से निकालकर उन्हें देने वाला नहीं, लेने वाला समाज बनाना है।" उन्होंने कार्यकर्ताओं से निष्ठा, समर्पण और संघर्ष की भावना से पार्टी को आगे बढ़ाने का आह्वान किया।

बैठक के अंत में बी.एस.पी. की यूपी स्टेट यूनिट ने घोषणा की कि आगामी महीनों में पार्टी गांव-गांव जनसंपर्क अभियान चलाएगी, ताकि 2027 के विधानसभा चुनावों से पहले संगठन हर बूथ तक सक्रिय हो सके।

हिंदी हिन्दुस्तान की स्वीकृति से एचटीडीएस कॉन्टेंट सर्विसेज़ द्वारा प्रकाशित