धार , नवंबर 9 -- मध्यप्रदेश में धार शहर के समीप जमनजट्टी की पहाड़ी पर वन विभाग द्वारा सिटी फॉरेस्ट के रूप में 'नगर वन' विकसित किया जा रहा है। पहले चरण में पौधरोपण का कार्य पूरा होने के बाद अब दूसरे चरण में सिविल वर्क लगभग समाप्ति की ओर है। इस वन क्षेत्र में आने वाले लोगों के लिए हॉल, पिकनिक स्पॉट और वॉकिंग ट्रैक बनाए गए हैं, ताकि शहर की भीड़भाड़ से दूर लोग यहां प्राकृतिक वातावरण में कुछ समय बिता सकें।
वन विभाग द्वारा पहाड़ी पर गेट, हॉल और अन्य निर्माण कार्य तेजी से किए जा रहे हैं, जिससे परियोजना तय समय-सीमा में पूरी की जा सके। यह स्थान पर्यावरण, शिक्षा, जैव विविधता और पर्यटन का अनोखा संगम बनने जा रहा है। यहां 15 अलग-अलग प्रकार के थीम-आधारित वन विकसित किए जा रहे हैं। जिनमें तेलंगाना पैटर्न पर तैयार किया जा रहा एक विशेष गार्डन भी शामिल है, जो आने वाले समय में पर्यटकों और स्थानीय लोगों के आकर्षण का केंद्र बनेगा।
धार वन मंडल अधिकारी (डीएफओ) विजय आनंदम टी.आर. ने बताया कि नगर वन में स्थानीय प्रजातियों के साथ छायादार, फलदार और औषधीय महत्व वाले पौधों का चयन किया गया है। इसके अलावा तेलंगाना पैटर्न पर आधारित गार्डन में पौधों की ऐसी व्यवस्था की जा रही है, जिससे उनका सौंदर्य और पारिस्थितिक महत्व दोनों स्पष्ट रूप से समझा जा सके। यह गार्डन न केवल पर्यावरण प्रेमियों और विद्यार्थियों के लिए अध्ययन और जागरूकता का केंद्र बनेगा, बल्कि ग्रह और नक्षत्र आधारित पौधों की विशेष श्रेणी भी यहां तैयार की जाएगी।
वन विभाग के अनुसार, नगर वन परियोजना पर करीब दो करोड़ रुपये की लागत से पौधारोपण किया गया है। प्रस्तावित पिकनिक स्पॉट, हॉल, पाथवे और गेट निर्माण का काम लगभग पूरा हो चुका है। आमजनों की आसान पहुंच के लिए कॉलभैरव मंदिर के गेट से पहाड़ी के मुख्य प्रवेश द्वार तक करीब एक किलोमीटर लंबी एप्रोच रोड का निर्माण भी किया गया है। लगभग 50 हेक्टेयर क्षेत्र में फैले इस नगर वन में आठ हजार से अधिक पौधे लगाए गए हैं, और चार नए थीम गार्डन विकसित किए जा रहे हैं।
ऐसा माना जा रहा है कि नए साल तक नगर वन के पूरी तरह तैयार हो जाने की संभावना है। इसके बन जाने से यह स्थान शहरवासियों के लिए सैर-सपाटे, अध्ययन और प्राकृतिक आनंद का एक नया केंद्र बनेगा।
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