बैतूल, सितंबर 30 -- मध्यप्रदेश में बैतूल जिले के बोरदेही थाना क्षेत्र में आज मंगलवार तड़के जननी 108 एम्बुलेंस हादसे का शिकार हो गई, जिसमें एक नवजात शिशु की मौत हो गई, जबकि प्रसूता सहित परिवार की महिलाएं घायल हो गईं। हादसा सुबह करीब पांच बजे दीपामंडई रेलवे गेट के पास हुआ, जब एम्बुलेंस अनियंत्रित होकर सड़क किनारे नाली में जा गिरी और पलट गई।
सूत्रों के अनुसार दीपामंडई गांव निवासी दिलीप इवनाती की पत्नी कलसिया बाई ने घर पर ही बच्चे को जन्म दिया था। प्राथमिक जांच और इलाज के लिए परिवार जननी एम्बुलेंस से बोरदेही अस्पताल जा रहा था। वाहन में कलसिया बाई, नवजात, उनकी मां और सास सवार थीं।
परिजनों का आरोप है कि एम्बुलेंस तेज रफ्तार से दौड़ रही थी और घाटी के रास्ते पर चालक नियंत्रण खो बैठा। नवजात करीब एक घंटे तक वाहन में दबा रहा और जब तक बाहर निकाला गया, तब तक उसकी सांसें थम चुकी थीं। हालांकि चालक ओंकार ने सफाई दी कि सामने से आ रहे एक बाइक सवार को बचाने के प्रयास में एम्बुलेंस फिसलकर पलट गई।
स्थानीय लोगों की मदद से घायलों को बोरदेही अस्पताल पहुंचाया गया, जहां से उन्हें आमला सिविल अस्पताल रेफर किया गया। डॉक्टरों के अनुसार प्रसूता को हल्की चोटें आई हैं, जबकि अन्य परिजन खतरे से बाहर हैं।
इस बीच नवजात की मौत को लेकर विवाद खड़ा हो गया है। परिजनों का कहना है कि बच्चा एम्बुलेंस में जीवित था, जबकि चालक का कहना है कि वह पहले से मृत था। सच्चाई का पता लगाने के लिए पोस्टमार्टम कराया जा रहा है।
इस दर्दनाक हादसे ने परिवार को गहरे शोक में डुबो दिया है। परिजनों ने एम्बुलेंस चालक पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए कार्रवाई की मांग की है। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है।
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