पटना , नवंबर 20 -- तीन वर्षों की अथक जन- यात्रा और लगातार राजनीतिक प्रयासों के बाद भी बिहार की जनता के बीच अपनी बात ठोस रूप से न पहुंचा पाने की जिम्मेदारी स्वीकार करते हुये जन सुराज के सूत्रधार प्रशांत किशोर ने गुरुवार को पश्चिमी चंपारण के भितिहरवा स्थित ऐतिहासिक गांधी आश्रम में एक दिन का मौन उपवास रखा है।

यह उपवास उनके आत्ममंथन, आत्मालोचना और जन- आंदोलन को नये सिरे से शुरू करने के संकल्प का प्रतीक माना जा रहा है।

सुबह से ही भितिहरवा गांधी आश्रम में जन सुराज के कार्यकर्ताओं और स्थानीय लोगों की भीड़ जुटने लगी। प्रशांत किशोर ने शांत और अनुशासित माहौल में अपने मौन उपवास की शुरुआत की। उनका संदेश स्पष्ट था कि जनता तक न पहुंच पाने की कमी स्वीकार करना और भविष्य की राह को नये संकल्प के साथ तय करना।

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