बड़वानी , नवम्बर 14 -- मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि आजादी के बाद अधिकांश समय सत्ता में रही कांग्रेस पार्टी ने केवल वोट की फसल काटी, लेकिन अंग्रेजों को देश से खदेड़ने वाले जनजातीय नायकों को उचित सम्मान नहीं दिया।

पानसेमल विधानसभा क्षेत्र के मोर तलाई में भगवान बिरसा मुंडा की मूर्ति का अनावरण करने के बाद जनसभा को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि बिरसा मुंडा, ख्वाजा नायक, टंट्या भील, शंकर शाह, रघुनाथ शाह जैसे आदिवासी नायकों ने अपने साहस और बलिदान से अंग्रेजी शासन को हिलाकर रख दिया था। किंतु कांग्रेस ने इन नायकों के गौरवमयी इतिहास को याद रखने योग्य कोई बड़ा कार्य नहीं किया।

मुख्यमंत्री ने कहा कि कांग्रेस सत्ता के अहंकार में समाज के नायकों को भुलाती रही, जबकि प्रधानमंत्री के नेतृत्व में पहली बार 15 नवंबर को जनजातीय गौरव दिवस घोषित किया गया। वर्ष 2020 में स्कूलों की पाठ्यपुस्तकों में भी इन नायकों को स्थान दिया गया। उन्होंने बताया कि खरगोन में टंट्या मामा के नाम पर विश्वविद्यालय बनाया गया है, ताकि विद्यार्थी और आने वाली पीढ़ियां इस गौरवशाली इतिहास से परिचित हो सकें।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कांग्रेस पर वंदे मातरम गीत के साथ अन्याय करने का भी आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि वंदे मातरम की शक्ति से ही देश अंग्रेजों के विरुद्ध एक हुआ था, किंतु कांग्रेस ने इसके टुकड़े कर दिए, जिसका परिणाम देश के विभाजन के रूप में सामने आया।

उन्होंने कहा कि हिंदू-मुसलमान का भेदभाव कांग्रेस की देन है और भारत में जब भी संकट आता है, उसकी जड़ें पाकिस्तान में मिलती हैं। उन्होंने कहा कि धारा 370 के कारण जम्मू-कश्मीर आतंकवाद का अड्डा बन गया था, जिसे प्रधानमंत्री के नेतृत्व में समाप्त किया गया और पाकिस्तान को घर में घुसकर तीन बार जवाब दिया गया।

उन्होंने कहा कि जनजातीय नायकों का बलिदान जनता के शासन की स्थापना के लिए था, लेकिन कांग्रेस ने केवल एक ही परिवार को आगे बढ़ाया। इसके विपरीत भारतीय जनता पार्टी में गरीब परिवार का व्यक्ति भी सांसद, विधायक, मंत्री और प्रधानमंत्री बन सकता है।

मुख्यमंत्री ने बिहार में एनडीए की जीत को लोकतंत्र और गरीब की जीत बताया। साथ ही राहुल गांधी पर कटाक्ष करते हुए कहा कि वे चुनाव को गंभीरता से नहीं लेते और मध्यप्रदेश में छुट्टियाँ मनाने चले आते हैं। उन्होंने कहा कि विपक्ष लगातार पराजय के बाद भी अपनी गलतियों के लिए माफी नहीं मांगता।

उन्होंने इस दौरान भावांतर योजना, लाडली बहना योजना, किसान सम्मान निधि और सांदीपनि स्कूल का भी उल्लेख किया। जनसभा में प्रभारी मंत्री गौतम टेटवाल, अनुसूचित जनजाति आयोग के राष्ट्रीय अध्यक्ष अंतर सिंह आर्य, सांसद गजेंद्र सिंह पटेल और राज्यसभा सांसद डॉ. सुमेर सिंह सोलंकी सहित अन्य जनप्रतिनिधि उपस्थित रहे। कार्यक्रम में जिले में स्वास्थ्य सुधार के लिए चल रहे ग्रीन कमांडो अभियान की फिल्म भी प्रदर्शित की गई।

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