बेंगलुरु , अक्टूबर 5 -- कर्नाटक में चल रहे सामाजिक-आर्थिक और जाति सर्वेक्षण के लिए बच्चों द्वारा आंकड़े एकत्रित करने वाले एक वीडियो ने कर्नाटक में एक नया राजनीतिक तूफान खड़ा कर दिया है। जनता दल (सेक्युलर) ने इस सर्वेक्षण की विश्वसनीयता को लेकर कांग्रेस सरकार पर तीखा हमला बोला है।
जद (एस) ने अपने सोशल मीडिया पर वीडियो साझा करते हुए दावा किया है कि कुछ इलाकों में नाबालिगों को गणनाकर्ताओं के रूप में इस्तेमाल किया जा रहा है। पार्टी ने इसे चौंकाने वाला उल्लंघन बताया है। पार्टी ने आरोप लगाया कि इस तरह की चूक सिद्धारमैया सरकार के सर्वेक्षण की 'अवैज्ञानिक, अविश्वसनीय और राजनीति से प्रेरित' प्रकृति को उजागर करती है।
जद(एस) नेताओं ने सवाल उठाया कि इतने सामाजिक-राजनीतिक महत्व की रिपोर्ट के लिए अप्रशिक्षित बच्चों द्वारा एकत्र किए गए आंकड़ों पर कैसे भरोसा किया जा सकता है। उसने सरकार पर जनता के पैसे का दुरुपयोग करने का आरोप लगाया और कहा कि वास्तविक सामाजिक मूल्यांकन के बजाय पक्षपातपूर्ण उद्देश्यों के लिए करोड़ों रुपये खर्च किए जा रहे हैं।
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