अमृतसर , अक्टूबर 06 -- श्री अकाल तख्त साहिब के कार्यवाहक जत्थेदार ज्ञानी कुलदीप सिंह गड़गज्ज ने सोमवार को अमृतसर जिले के अजनाला सीमा क्षेत्र स्थित कामिरपुरा गांव में गुरुद्वारा साहिब के नये भवन का शिलान्यास किया। हाल ही में आई बाढ़ के दौरान गुरुद्वारे का पुराना भवन क्षतिग्रस्त हो गया था। पुनर्निर्माण का कार्य दोआबा क्षेत्र, विशेषकर नवांशहर जिले की सिख संगत द्वारा देश-विदेश में किया जा रहा है। उनके निमंत्रण को स्वीकार करते हुए, जत्थेदार गड़गज्ज ने स्वयं अरदास (सिख प्रार्थना) की और आधारशिला रखकर पुनर्निर्माण का उद्घाटन किया। कामिरपुरा गांव में लगभग 40 सिख परिवार गुरु के घर के प्रति समर्पित हैं, लेकिन बाढ़ से हुये नुकसान ने स्थानीय संगत के लिए मुश्किलें खड़ी कर दी हैं।
जत्थेदार गड़गज्ज ने उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि सिखों के लिए, गुरुद्वारा साहिब न केवल श्री गुरु ग्रंथ साहिब से जुड़ने और अपनी श्रद्धा व्यक्त करने का एक पवित्र स्थान है, बल्कि समुदाय के भविष्य के बारे में चिंतन और सामूहिक चर्चा का केंद्र भी है।
उन्होंने कहा, "दुनिया भर में जहां भी सिख रहते हैं, वे गुरुद्वारे स्थापित करते हैं और उनके इर्द-गिर्द एकजुट होते हैं।"सीमा पर रावी नदी के किनारे बसे कामिरपुरा गांव का ज़िक्र करते हुये उन्होंने बताया कि यहां का गुरुद्वारा साहिब बाढ़ में क्षतिग्रस्त हो गया था। जत्थेदार ने कहा, "आज, गुरु साहिब के आशीर्वाद और दोआबा संगत के सहयोग से, एक नये ढांचे के निर्माण की सेवा शुरू हो गयी है।"उन्होंने इस अवसर पर गांव के निवासियों और स्थानीय संगत को बधाई दी और दोआबा की सिख संगत द्वारा उनकी भक्ति और सेवा के लिए की गयी पहल की सराहना की।
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